लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, श्री केशव प्रसाद मौर्य ने जनपद ललितपुर के भ्रमण के दौरान विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया, साथ ही समीक्षा बैठक कर विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में जानकारी हासिल करने पर अधि0 अभि0 विद्युत द्वारा बताया गया कि जनपद में ग्रामीण स्तर पर 17 एवं तहसील स्तर पर लगभग 22 घण्टे आपूर्ति की जा रही है। इस पर मा0 उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जनपद में विद्युत बिल संशोधन के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्यवाही करें, साथ ही किसानों पर जो मुकदमें दर्ज किये गए हैं, उन्हें निस्तारित करायें। उन्होंने निर्देश दिये कि सौभाग्य योजना के तहत जहां-जहां कनेक्शन दिये गए हैं, वहां देख लें कि आपूर्ति हो रही है या नहीं।
पोस्टमार्टम हाउस निर्माण की समीक्षा के दौरान सीएमओ द्वारा बताया गया कि जनपद में एक पीएम हाउस बना हुआ है, इस पर निर्देश दिये गए कि महरौनी क्षेत्र में नये पीएम हाउस हेतु प्रस्ताव तैयार कर शासन को भिजवाना सुनिश्चित करें। सीएमओ ने यह भी अवगत कराया कि महिला चिकित्सालय में चिकित्सक न होने के कारण वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से 11 चिकित्सक मिल गए हैं, इस पर निर्देश दिये गए कि इस कार्य की सूचना मीडिया में प्रकाशित करायें। आयुष्मान योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद में 340519 के सापेक्ष 143121 कार्ड निर्गत किये गए हैं। मा0 उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पंचायत सहायकों, आशा कार्यकत्रियों एवं एएनएम के माध्यम से गोल्डन कार्ड बनवाये जायें, ताकि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से कोई गरीब वंचित न रहे। साथ ही मैनपावर की कमी से शासन को अवगत करायें।
प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना का लाभ दिलाये जाने के नाम पर अवैध धन की वसूली की शिकायत मिलने पर जांच होगी और शिकायत सही पाई गई तो सम्बंधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि इस योजना के कितने लाभार्थियों को किश्त जारी की गई है तथा कितनों को किश्त नहीं मिली है, इसकी क्रॉस चेकिंग करायें, साथ ही यह भी बतायें कि लाभार्थियों को बिजली, आयुष्मान कार्ड, शौचालय एवं खाद्यान्न का लाभ मिला है या नहीं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोगों को जानकारी दें कि उन्हें यह लाभ किसके माध्यम से मिला है।
अतिवृष्टि से प्रभावित कृषकों के सम्बंध में उप मुख्यमंत्री ने अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 को निर्देश दिये कि मुआवजा की कार्यवाही तेज करें, साथ ही मुआवजा वितरण का कार्य जनप्रतिनिधियों के माध्यम से करायें। उप मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद का व्यक्ति यदि अपनी समस्या लेकर लखनऊ पहुंचता है तो निश्चित रुप से उस व्यक्ति पर आर्थिक बोझ पड़ता होगा, यह अत्यन्त खेदजनक है। उन्होंनें निर्देश दिये कि जिला स्तरीय अधिकारी लोगों की समस्याओं का जिला स्तर पर ही समाधान सुनिश्चित करायें। इसके साथ ही जिस अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ शिकायत है या जांच प्रस्तावित है, उस व्यक्ति को जांच या जांच से सम्बंधित दस्तावेज नहीं मिलने चाहिए, दोषी व्यक्ति जांच न करें, इसका गंभीरता से अनुपालन सुनिश्चित करायें।
उन्होंने कहा कि अमृत सरोवरों की भूमि की नाप कराते हुए अतिरिक्त भूमि को कब्जामुक्त कराते हुए उस पर वृक्षारोपण करायें। उन्होंने डूडा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों के लिए वैडिंग जोन बनाकर उन्हें लाभ दिलायें। उप मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि कोई कार्यकर्ता या आम नागरिक अपनी समस्या लेकर आपके पास जाते हैं तो उनकी समस्या का समाधान करें, और यदि समाधान सम्भव न हो तो सम्मान के साथ उन्हें समझायें। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें। साथ ही जनपद में अवैध शराब की दुकानों को हटाया जाये। उप मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि तत्काल समस्या समाधान हेतु जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का व्हाट्सएप ग्रुप बनायें, साथ ही जिन विभागों के अधिकारियों के पद खाली हैं, उनकी सूची उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि नाराहट को ब्लॉक बनाने की घोषणा की गई है, इस हेतु आवश्यक कार्यवाही के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गए। उन्होंने बीएसए को निर्देश दिये कि जिले के जर्जर विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराये। उन्होंने सीडीओ को निर्देश दिये कि जनपद में सड़कों पर गौवंश न दिखें, इसके लिए आश्रय स्थलों पर पर्याप्त व्यवस्था करें। बड़ी संख्या में नये बच्चों के प्रवेश एवं स्मार्ट क्लास हेतु बीएसए की सराहना करते हुए इसी गति से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये कि जनपद के श्रमिकों के समुचित इलाज हेतु ईएसआई हॉस्पिटल के सम्बंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करायें।
उन्होंने यह भी कहा कि जिले में पानी की पाइपलाइन नालियों से डाले जाने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं, इस हेतु अधि0अधिकारी एवं अधि0 अभियंता आवश्यक कार्यवाही करें। अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ब्लॉक, तहसील एवं थानों में लोगो से अच्छा व्यवहार हो, अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण कर समस्याओं का जायजा लेकर निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी सरकार के हांथ हैं, इसलिए पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें, लोग अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें। जिले की उन्नति के लिए अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं जनता मिलकर कार्य करे।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री जी के द्वारा जो दिशा-निर्देश दिये गए हैं, उनका अक्षरशः पालन किया जाएगा। बैठक के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने गौवंश आश्रय स्थल अमझरा का निरीक्षण कर गायों को चारा-गुड़ आदि खिलाया। क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान हरिशंकरी के पौधों का वृक्षारोपण भी किया। इस दौरान राज्यमंत्री श्रम एवं सेवायोजन विभाग, उ0प्र0 श्री मनोहर लाल पंथ, सदर विधायक श्री रामरतन कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कैलाश निरंजन, सदस्य विधान परिषद श्रीमती रमा निरंजन, जिलाध्यक्ष भाजपा श्री राजकुमार जैन, सांसद प्रतिनिधि अतुल अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।