देहरादून: मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को शीतकाल और आपदा की किसी भी स्थिति में तैयार रहने के निर्देश दिये है।
उन्होने कहा कि बर्फ पडने या सड़क कटने से अलग-थलग पडने वाले क्षेत्रों को चिन्ह्ति कर लें। राहत एवं बचाव कार्यां के उपकरण और एसडीआरएफ की तैनाती देख ले। पुलिस स्टेशन, तहसील, ब्लाॅक, गाॅव और जिला स्तर तक जरूरी बेसिक और एंडवास उपकरणों की लिस्ट चेक कर लंे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि एसडीआरएफ से मिलने वाले उपकरणों के अलावा जिले स्तर पर भी उपकरणों की खरीद की जाये। उपलब्ध सभी उपकरणों की टेस्टिंग भी करते रहे और उनकी जरूरी मरम्मत भी करा लें। इसके अलावा राहत व बचाव कार्य के लिये भी जिन उपकरणों की जरूरत हो विभाग से मांग कर लें। मुख्य सचिव ने संचार व्यवस्था को दुरस्त करने के लिये 10 दिसम्बर तक प्लान भेजने को कहा। इसके लिये बीएसएनएल और अन्य संचार कम्पनियों के साथ अलग से बैठक कर व्यवस्था को बेहतर बनाया जायेगा। उन्होने सेवन डेस्क सिस्टम को भी अपडेट करने को कहा। इसमें सभी सम्बंधित अधिकारियों, कर्मचारियों के फोन न0 होते है। मुख्य सचिव श्री सिंह ने जिलाधिकारियों को समय समय पर माॅक ड्रिल करने के लिये कहा। दूर दराज क्षेत्रों मे खाद्यान्न का स्टाॅक मार्च तक के लिए उपलब्ध रहे, जिसके लिये कट आॅफ होने की स्थिति में गेंहू, चावल, चीनी, मिट्टी के तेल की कोई दिक्कत ना हो। उन्होने आपदा प्रभावित रूद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ एवं उत्तरकाशी जनपदों में एक एक क्रेन देने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव गृह उमाकांत पंवार, प्रमुख सचिव कृषि रणवीर सिंह, सचिव आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, सचिव समाज कल्याण भूपिन्दर कौर औलख, आई जी एस.डी.आर.एफ संजय गुन्जयाल, बीआरओ, आईटीबीपी और मौसम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।