लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए कोविड-19 के प्रति अभी भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 10 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 102 है।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि जनपद अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, चंदौली, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हाथरस, जौनपुर, कानपुर नगर, कासगंज, कुशीनगर, महोबा, मैनपुरी, मऊ, मुरादाबाद, प्रतापगढ़, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र तथा उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 35 हजार 129 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 08 करोड़ 61 लाख 02 हजार 946 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड टीकाकरण को और तेज किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए। लक्षित आयु वर्ग के जिन लोगों ने अभी तक टीके की खुराक नहीं ली है, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि दिव्यांग, निराश्रित तथा वृद्धजनों से सम्पर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ग्राम प्रधानों व पार्षदों का सहयोग लें।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 14 करोड़ 54 लाख 75 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 04 करोड़ 13 लाख 42 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। 10 करोड़ 41 लाख 32 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की 70 प्रतिशत से अधिक है।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में जीका वायरस की पॉजिटिविटी दर में निरन्तर कमी आ रही है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि जीका वायरस से संक्रमित प्रत्येक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाये।
मुख्यमंत्री जी ने बढ़ती ठण्ड के दृष्टिगत राजस्व विभाग और नगर विकास विभाग को प्रदेश में तत्काल रैनबसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रैनबसेरों में सभी जरूरी सुविधाएं सुलभ करायी जाएं। उन्होंने गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश को ठण्ड से बचाने के लिए आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि गौ-आश्रय स्थलों पर रात्रि में एक केयर टेकर की ड्यूटी लगायी जाए, जिससे गोवंश की समुचित देखभाल हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी धान क्रय केन्द्रों पर व्यवस्था सुचारु बनी रहे। जिलाधिकारी धान क्रय केन्द्रों का नियमित तौर पर निरीक्षण करें। जनपदों में नोडल अधिकारी एक्टिव रहें। किसानों को भुगतान में देरी न हो।