देहरादून: नववर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम ‘‘स्नैक्स विद सीएम‘‘ में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लोगों से बातचीत की। उत्तराखण्डी व्यंजनों का आनन्द लेते हुये वर्ष 2015 को
विदाई देने के लिये मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इन्दिरा अम्मा द्वारा उत्तराखण्ड के कई प्रकार के व्यंजन परोसे गए थे। लोगों ने भी चाय, पकौड़े, ढोकला, जलेबी सहित पनीर पकौड़ों का आनन्द लिया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने स्वयं भी स्टाॅल में जाकर लोगों को अपने हाथों से पकवान परोसे।
राज्य की जनता को बधाई देते हुये मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्ष 2015 राज्य के लिये अच्छा रहा है। आज हमारा राज्य बहुत तेजी से विकास करने वालों राज्यों में से एक है। वर्ष 2015 में राज्य सरकार द्वारा 20 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराये गये हैं और सरकार का लक्ष्य है कि अगले वर्ष यह संख्या 50 हजार तक पहुँचे। उन्होंने कहा कि जनवरी 10 तारीख तक 1000 एल.टी. शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिये जायेंगे। अधीनस्थ चयन आयोग को आदेश दे दिये गए हैं कि सभी विभागों के रिक्त पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति करवाई जाय। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को तभी खुशहाल बनाया जा सकता है जब यहाँ का युवा दूसरों को रोजगार देने में समर्थ हो जाएगा। सरकार महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराने के लिये गम्भीर है। हमारी कोशिश है कि अगले वर्ष कम से कम 20 हजार महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाय। इसकी शुरूआत हमने इंदिरा अम्मा भोजनालय शुरू करके कर दी है। महिला स्वयं सहायता समूहों की मदद से राज्य के अन्य हिस्सों में भी इंदिरा अम्मा भोजनालय संचालित किये जाएंगे। जिनमें पहाड़ी व्यंजनों को परोस कर सरकार पहाड़ के उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है। आज पहाड़ी व्यंजनो का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मंडुवा और झंगौरा की मांग बढ़ती जा रही है इसके साथ ही इनकी कीमत में भी बढ़ोत्तरी हो गयी है जिसका लाभ निश्चित रूप से उत्पादकों को भी हो रहा होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के हर हिस्से में सड़के पहुँचायी जा रही हैं, हमारी कोशिश है कि हमारा उत्पाद सिर्फ शहरों से गाँवों में न जाकर गाँव से शहरों को भी आए। उत्तराखण्ड के हस्तशिल्प को प्रचार-प्रसार की जरूरत है जिसके लिये सरकार द्वारा योजना तैयार की जा रही है। हम इसके लिये मास्टरक्राफ्ट्स तैयार कर रहे हैं। वर्ष 2016 में सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शिक्षा के स्तर में सुधार राज्य सरकार का मूलमंत्र होगा। साथ ही पर्यटन बढ़ावा देने के लिये पैराग्लाईडिंग, माउंट क्लाईम्बिंग और ऐयरोस्पोर्ट्स को शुरू किया जा रहा है। राज्य में माउंटेन बाईकिंग भी शुरू कर दी गयी है। पलायन को रोकने के लिये सरकार ठोस कदम उठा रही है। अगले चार सालों में पलायन को कम कर दिया जायेगा। राज्य में अब तक पेंशन पाने वालों की संख्या ढाई लाख थी जो पिछले डेढ़ साल में बढ़कर 6 लाख हो गयी है और सरकार की कोशिश है कि आने वाले वर्ष में इनकी संख्या बढ़ाकर 10 लाख तक की जाय। राज्य के गरीब तबके को हम सब के सहारे की जरूरत है, इस पर आने वाले वर्ष में हम और सिद्दत से ध्यान देंगे।