लखनऊ: प्रदेश में संचालित जल जीवन मिशन की योजना में किसी भी कम्पनी ने गलत व्यक्तियों को काम दिया तो उसकी खैर नहीं। गांव-गरीब के घर में लग रहे नलों में 15 साल तक किसी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिये। पाइपलाइन का काम खत्म होते ही गांव-गली की सड़कों को तुरंत दुरुस्त कराएं। यह निर्देश जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने नमामि गंगे के गोमतीनगर स्थित कार्यालय में जल जीवन मिशन फेज दो-तीन में कम कर रही कम्पनियों के प्रमुखों के साथ आज बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी कम्पनी को छोटे ठेकेदारों का शोषण नहीं करने देंगे। उन्होंने कम्पनियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि काम के नाम पर खेल की कोशिश की, तो परिणाम गंभीर होंगे। योगी सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन की योजना को और रफ्तार देने के लिए कम्पनियां गुणवत्ता और मात्रा में कोई समझौता न करें। योजना में पीछे चल रहीं कम्पनियों के प्रमुखों से स्वतंत्र देव सिंह ने योजना को पूरा करने का लक्ष्य कब तक था और कब तक कर पाएंगे इसका जवाब मांगा। जमीन मिलने में आ रही दिक्कतें या विभाग से होने वाली परेशानियों को पूछा। आपके काम की प्रशंसा होगी तो मुख्यमंत्री योगी जी का भी कद बढ़ेगा। लाखों लोग रोजगार पाएं और हर गरीब को पानी मिले, यही मोदी जी का सपना है। जलशक्ति मंत्री ने उन कम्पनियों को आड़े हाथ लिया, जिनके काम में कमी पाए जाने पर उनको नोटिस दी गई है।
नामामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कम्पनियों के प्रमुखों से कहा कि फील्ड में कोई समस्या होती है तो सीधे बताइये। एजेंसियां, स्थानीय प्रशासन और विभागीय अधिकारी मिलकर टीम भावना के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर ग्रामीण परिवारों तक हर घर नल पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है। इसलिए टीम भावना से काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बरेली, शाहजहांपुर, अमरोहा, चित्रकूट जिले प्रगति कर रहे हैं। इन जिलों को आदर्श मानकर पूरी ताकत से काम करने का आह्वान किया।
इस बैठक में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार सहित कम्पनियों के पदाधिकारी मौजूद रहे।