लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार की प्रभावी रणनीति और निरन्तर प्रयासों से प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है। कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित किये जाने तथा कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी रूप से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश मंे कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए दो दिवसीय साप्ताहिक बन्दी में आंशिक छूट प्रदान करने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने इस सम्बन्ध में गृह विभाग को विस्तृत दिशा-निर्देश प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। प्रत्येक दशा में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग जारी रखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न होने पाए।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 27 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 63 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या 505 है। जनपद अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, फिरोजाबाद, गोण्डा, हाथरस, कासगंज, पीलीभीत, प्रतापगढ़, शामली तथा सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,39,909 कोरोना टेस्ट किये गए। अब तक राज्य में 06 करोड़ 81 लाख 37 हजार 752 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड संक्रमण की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने में कोविड वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोविड टीके की दूसरी डोज लोगों को समय पर मिले। जिन व्यक्तियों को टीके की दूसरी डोज लगाई जा रही है, उनसे सम्पर्क किया जाए। शनिवार का दिन कोरोना टीके की दूसरी डोज देने के लिए आरक्षित किया जाए। बौद्ध भिक्षुगण, असहाय एवं निराश्रित व्यक्तियों तथा विदेशी नागरिकों के टीकाकरण के लिए समुचित प्रबन्ध किए जाएं। बैठक में अवगत कराया गया कि अब तक प्रदेश में 05 करोड़ 50 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जनपद में निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लाण्ट के स्थापना कार्य का नियमित निरीक्षण करते रहें। ऑक्सीजन प्लाण्ट के संचालन के लिए कार्मिकांे का प्रशिक्षण शीघ्र पूरा कराया जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि 556 स्वीकृत ऑक्सीजन संयंत्रों में से अब तक 293 ऑक्सीजन संयंत्र क्रियाशील हो गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की संस्तुतियों के अनुरूप स्वाधीनता दिवस के बाद माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक तथा व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारम्भ किया जाए। इन समस्त संस्थानों में दो पाली में कक्षाएं संचालित की जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के कोविड टीकाकरण के लिए विश्वविद्यालय/स्कूल/कॉलेज परिसर में टीकाकरण शिविर आयोजित किये जाएं। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों एवं कार्मिकों की उपस्थिति हो रही है। इसके दृष्टिगत इन विद्यालय परिसर में भी आवश्यकतानुसार टीकाकरण शिविर आयोजित किये जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कक्षा-6 से कक्षा-8 तक में नवीन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाए। उन्होंने कहा कि स्थिति का आकलन करते हुए इन विद्यालयों में आगामी 01 सितम्बर से पठन-पाठन प्रारम्भ किये जाने के सम्बन्ध में विचार किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ तथा अतिवृष्टि की स्थिति पर निरन्तर नजर रखी जाए तथा नदियों के जल स्तर की सतत मॉनिटरिंग की जाए। बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराते हुए उनकी हर सम्भव मदद की जाए। सभी प्रभावित जनपदों में एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 सहित आपदा प्रबन्धन की सभी टीमें निरन्तर सक्रिय रहें।