लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से आज यहां उनके सरकारी आवास पर आई0आई0टी0 पलक्कड़, केरल तथा लक्षद्वीप के विद्यार्थियों के समूह ने शिष्टाचार भेंट की। यह विद्यार्थी शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के युवा संगम कार्यक्रम के अन्तर्गत एम0एन0एन0आई0टी0 इलाहाबाद, प्रयागराज का भ्रमण करने के लिए उत्तर प्रदेश आये हैं। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री जी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना के अनुरूप विभिन्न राज्यों के युवाओं को देश की विविधता से परिचित कराने के लिए संचालित किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने आपसी संवाद का यह अभिनव प्रयोग प्रारम्भ किया है। आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व केरल की धरती के युवा संन्यासी आदि शंकराचार्य ने भारत के चार कोनों में चार मठ की स्थापना करके ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का उद्घोष किया था। आज आई0आई0टी0 पलक्कड़ और एम0एन0एन0आई0टी0 प्रयागराज प्रधानमंत्री जी के विजन को आगे बढ़ाते हुए ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा देश विविधता से भरा है। प्रत्येक भारतीय नागरिक को अपने देश की विविधता पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए, क्योंकि यह हमारी पहचान है। देश के लोगों का खान-पान, रहन-सहन, वेश-भूषा अलग-अलग हो सकती है, लेकिन भारत के प्रति हम सबके भाव एक जैसे हैं। देश की सुरक्षा के लिए पूरी मजबूती के साथ केरल, हरियाणा या उत्तर प्रदेश का नागरिक सैनिक के रूप में कार्य कर रहा है। उतनी ही मजबूती के साथ तमिलनाडु, उड़ीसा, असम, अरुणाचल प्रदेश का नौजवान भी कार्य कर रहा है। क्योंकि एक देश के रूप में यही हम सबकी पहचान है। इस पहचान को लेकर इस प्रकार का एहसास केवल सुरक्षा बलों के जवानों में ही नहीं, बल्कि प्रत्येक देशवासी में होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा समग्रता को लेकर चलती है। शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान नहीं, अपितु यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान का माध्यम भी है। शिक्षा समाज के अलग-अलग लोगों की भावनाओं को समझने का एक माध्यम होती है। यह भ्रमण कार्यक्रम इसका प्रतिनिधित्व कर रहा है। इस दृष्टि से यह आयोजन एक अभिनव प्रयोग है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का एक हिस्सा है, जो प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से देश में लागू हो रही है। उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति से ब्रेन-ड्रेन की समस्या का समाधान होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केरल को लैण्ड ऑफ गॉड के रूप में जाना जाता है। उत्तर प्रदेश भी भारत की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ आबादी निवास करती है। प्रदेश का हर व्यक्ति विकास के बारे में सोच रहा है और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ रहा है। आज से 06 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश में दंगे, लूटपाट होती थी। यहां कोई सुरक्षित नहीं था। अब प्रदेश में कोई दंगा नहीं होता। उत्तर प्रदेश की बालिकाएं बिना भय के स्कूल-कॉलेज जाती हैं। इन सबमें जनता का सहयोग हमें प्राप्त हुआ है। आज उत्तर प्रदेश तेजी के साथ विकास की सीढ़ियों पर चढ़ता हुआ दिखायी दे रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत संवाद है। संवाद स्थापित कर समस्याओं का तत्काल निस्तारण किया जाता है। फिर भी अगर अनावश्यक रूप से लोग कानून को अपने हाथों में लेने का प्रयास करते हैं या सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हैं तो उन्हें चेतावनी भी दी जाती है। उसके बाद भी अगर वे ऐसा करते हैं, तो प्रभावी कार्रवाई की जाती है। इसके परिणाम उत्तर प्रदेश में देखने का मिल रहे हैं। कहीं कोई समस्या नहीं है, प्रदेश में बड़े-बड़े आयोजन किये जाते हैं। आज गंगा अवतरण का दिवस है। पवित्र गंगा नदी आपको प्रयागराज में देखने को मिली, वह आज ही के दिन स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में एक बड़ा आयोजन चल रहा है। प्रयागराज में 25-30 लाख लोग संगम में स्नान कर रहे हैं। प्रदेश के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी गंगा अवतरण से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विद्यार्थियों को किसी कोर्स को ज्वाइन करने से पूर्व आगे के लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। सरकारों ने भी अपने लक्ष्य तय किये हैं। राज्य सरकार मिशन रोजगार संचालित कर रही है। रोजगार के अनुसार योग्यता तय की गयी है। स्टार्ट-अप इण्डिया, स्टैण्ड-अप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, मुद्रा योजना सहित अनेक योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं के बारे में संस्थानों को विद्यार्थियों को बताना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रयोग उत्तर प्रदेश में बखूबी किया जा रहा है। टेक्नोलॉजी ने भ्रष्टाचार पर एक बड़ा प्रहार किया है। डी0बी0टी0 के माध्यम से यदि एक रुपया भेजा जा रहा है, तो वह पूरा रुपया खाते में जा रहा है। बीच में कोई मध्यस्थ नहीं है। यह तकनीक का ही कमाल है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से 48 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक अकाउण्ट देश में खोले गये। कोरोना काल खण्ड में बड़े पैमाने पर लोगों के अकाउण्ट में डी0बी0टी0 के माध्यम से पैसा भेजा गया। आज हम डिजिटल पेमेंट के दौर में पहुंच चुके हैं। डिजिटल पेमेंट में साइबर सिक्योरिटी का ध्यान हमें रखना पड़ेगा। इस बारे में सतर्कता और सावधानी बरतते हुए यदि हम कार्य करेंगे, तो आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा। प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए दो करोड़ से अधिक स्नातक व परास्नातक विद्यार्थियों को निःशुल्क टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 09 वर्षां में देश की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन हुआ है। भारत आज दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगले दो वर्षां में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। प्रत्येक भारतवासी को इस पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए। भारत दुनिया की तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था भी है। इस कारण अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इन अवसरों के लिए हमें अपने आपको तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहां कोई विकास की बात नहीं सोचता था। आज यहां विकास हो रहा है। कोरोना काल खण्ड में प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात की थी। आत्मनिर्भर भारत का आधार हमारे परम्परागत उत्पाद हैं, उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में एक विशिष्ट उत्पाद के रूप में ‘ओ0डी0ओ0पी0’ उत्पाद अलग पहचान बना रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। इनके अलग-अलग जनपदों में क्लस्टर हैं। इन्हें पूरी तकनीक, डिजाइनिंग और पैकेजिंग के साथ प्रमोट किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप विगत 06 वर्षां से प्रदेश का निर्यात 86 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 01 लाख 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 13 एक्सप्रेस-वे वर्तमान में बन चुके हैं या बन रहे हैं। आज से 06 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश में केवल दो एयरपोर्ट थे। आज 09 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं। अन्य 12 एयरपोर्ट्स पर कार्य चल रहा है। इस वर्ष के अन्त तक प्रदेश में 22 एयरपोर्ट्स हो जाएंगे, जिनमें से 05 अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे। उत्तर प्रदेश एक लैण्ड लॉक्ड स्टेट है। जल परिवहन के लिए प्रदेश ने अपनी नदियों का उपयोग किया है। राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 वाराणसी को हल्दिया से जोड़ता है। इसने प्रदेश के निर्यात को बढ़ाने में सहायता की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले 06 वर्षां में 54 लाख लोगों को एक-एक आवास प्रदान किया है। प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत 02 करोड़ 61 लाख परिवारों को एक-एक शौचालय उपलब्ध कराया गया है। राज्य के 10 करोड़ लोगों को 05 लाख रुपये वार्षिक स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जा रहा है।