लखनऊ: प्रदेश के परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविदास मेहरोत्रा ने राज्य में गरीब, कमजोर तथा समाज के निम्नतम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुॅंचाने के लिये मलिन बस्तियों, उपेक्षित मोहल्लों, नाले के किनारे एवं स्कूलों में मेडिकल कैम्प लगाने के आदेश दिये हैं।
श्री मेहरोत्रा ने प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को पत्र लिखकर निर्देश दिये हंै कि प्रदेश की गरीब जनता के लिए जो व्यवहृत चिकित्सीय सेवाएं हैं उनके साथ-साथ कुछ चिकित्सकों को मलिन बस्तियों, नालों के किनारे, घनी आबादी एवं उपेक्षित मुहल्लों पर प्रतिदिन 02 या 03 घण्टे चिकित्सा कैम्प लगाकर सचल दस्ते के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवा उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि जहाॅं पर गरीब व्यक्ति सरकारी अस्पतालों तक पहुॅंच पाने में असमर्थ हैं, उनके आवास के पास चिकित्सा सेवायंे उपलब्ध कराई जायं।
श्री मेहरोत्रा ने कहा कि प्रदेश में गर्भवती माताओं एवं शिशुओं को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराना अति आवश्यक है, जिससे प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर रोकी जा सके। राज्य में शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव हों। साथ ही बच्चों में कुपोषण की समस्या से भी निजात मिले, इसके लिए प्रदेश के 36 जनपदों में मदर चाइल्ड हाॅस्पिटल (एम0सी0एच0) बन रहे हैं, इनमें से 12 मदर चाइल्ड हाॅस्पिटलों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है किन्तु यह अभी तक क्रियाशील नहीं हुए हैं, जिससे माताओं एवं शिशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है। श्री मेहरोत्रा ने 12 मदर चाइल्ड अस्पतालों को शीघ्र लोकार्पण करने तथा शेष 24 मदर चाइल्ड अस्पतालों को निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने के आदेश दिये हैं।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि 31 अगस्त को प्रातः 09ः00 बजे नारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मेडिकल कैम्प लगाकर सभी बेटियों का परीक्षण/ जांच एवं निःशुल्क दवाओं का वितरण किया जायेगा।