नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने चौथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विभिन्न गतिविधियों के साथ मनाया। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी दिल्ली में गर्भवती महिलाओं के साथ एक योग सत्र में शामिल हुईं। श्रीमती गांधी ने गर्भवती महिलाओं के साथ बातचीत की, जिसमें गर्भवती महिलाओं ने प्रसव पूर्व योगाभ्यास के अपने अनुभवों के बारे में बताया।
श्रीमती मेनका संजय गांधी ने प्रसव पूर्व योगाभ्यास को बढ़ावा देने के लिए योग प्रशिक्षक की देखरेख में गर्भवती महिलाओं के साथ विभिन्न आसन किए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के लिए योग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व योगाभ्यास किसी कुशल प्रशिक्षक की देखरेख में ही करना चाहिए।
श्रीमती गांधी ने कहा कि योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने से संपूर्ण लाभ होगा और इससे खासकर गर्भवती महिलाओं को शांत रहने की योग्यता हासिल होगी और नौ महीने के गर्भावस्था के दौरान उनकी ज्यादातर शारीरिक समस्याएं आसान हो जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भावस्था के दौरान प्राणायाम से अद्भूत फायदे होंगे और इसे अपने दैनिक जीवन में तीन-तीन महीने की तीनों अवधि में शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मक भावनाएं निकल जाती है।
चौथे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रसव पूर्व योग सत्र में शामिल होने के बाद श्रीमती गांधी ने कहा कि नियमित तौर पर प्रसव पूर्व योग करने से महिलाओं के शरीर को सामान्य प्रसव के लिए तैयार होने में मदद मिल सकती है।
श्रीमती गांधी ने अपने रोजाना के योगाभ्यास के बारे में बताया और लोगों से स्वस्थ और खुश रहने के लिए योगाभ्यास करने का आग्रह किया।
महिला एंव बाल विकास मंत्रालय ने फेसबुक (https://www.facebook.com/ministryWCD) और ट्वीटर (@MinistryWCD) जैसे सोशल मीडिया पर गर्भावस्था के तीन-तीन महीने के दौरान किए जाने वाले विभिन्न आसनों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। मंत्रालय ने अपने आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर श्रीमती गांधी के योग करते वीडियो भी शेयर किए हैं।
महिला एंव बाल विकास सचिव श्री राकेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में मंत्रालय के अधिकारी आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय जन सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) में आयोजित योग सत्र में शामिल हुए।