नई दिल्ली: पंजाब के होशियापुर जिले के हाजीपुर ब्लॉक में स्थित गुगवालहार गांव में महिलाओं का एक समूह फेस मास्क बनाकर और उन्हें निशुल्क वितरित कर अपने गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों के निवासियों, असहाय प्रवासी कामगारों तथा राशन और खाद्य आपूर्ति वितरकों की कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए जी-जान से कार्य कर रहा है। इस समूह की अगुवाई गांव के सरपंच श्री नरिन्द्र सिंह कर रहे हैं।
पंजाब स्टेट एस एंड टी काउंसिल (पीएससीएसटी) चंडीगढ़, जो होशियारपुर जिले के तलवारा ब्लॉक में लागू किए जा रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा समर्थित महिलाओं से संबंधित सामाजिक कार्यक्रम ‘ग्रामीण बायोमास द्वारा ऊर्जा पर महिलाओं का प्रौद्योगिकीय सशक्तिकरण’पर कार्य कर रहा है, ने कोविड-19 परिदृश्य के मद्देनजर समुदाय के लिए पहल के अंतर्गत एक परियोजना आरंभ की है।
डीएसटी के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने बताया, ” मास्क बनाने और उसका इस्तेमाल करने के बारे में स्थानीय नेतृत्व की मदद से व्यापक जागरूकता फैलने के कारण आम जनता के लिए घरेलू मास्क की क्राउड सोर्सिंग तेजी से सफल हो रही है। यह संक्रमण की श्रृंखला को धीमा करने और तोड़ने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।”
इस पहल की शुरुआत 6 अप्रैल 2020 की गई थी जब महिलाओं ने प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, भारत सरकार की ओर से जारी नियमावली में दिए गए निर्देशों के अनुसार कपड़ों से बने घरेलू मास्क सिलने और बनाने के कार्य में भाग लिया। पीएससीएसटी ने इस महान पहल के लिए आवश्यक कच्चा माल उपलब्ध कराकर इस समूह को सहायता प्रदान की। दस दिन के भीतर महिलाओं के इस समूह ने 2000 से ज्यादा अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क तैयार कर गुगवालहार के आसपास चार गांवों में प्रवासी मजदूरों, ग्रामीणों और छोटे दुकानदारों को उपलब्ध कराए।
इसके अलावा पीएससीएसटी ने तलवारा ब्लॉक के लगभग 30 गांवों के सरपंचों, स्थानीय एसएचजी, महिलाओं और किसानों के लिए एक व्हाट्स एप ग्रुप भी बनाया है। व्हाट्स एप ग्रुप के सदस्यों को राज्य/केंद्र सरकार की ओर से जारी की किए गए विविध परामर्शों से अवगत कराया जा रहा है। स्थानीय आबादी ने इस पहल का स्वागत किया है और इन गांवों के सरपंच समय-समय पर सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले परामर्शों का लोगों द्वारा पालन किया जाना सुनिश्चित कर रहे हैं।