दून पुलिस ने नो पार्किंग में खड़े वाहनों के खिलाफ महिला पुलिसकर्मियों का दस्ता सड़कों पर उतारा है। इनके वाहन में क्लैंप (पहियों में लगाए जाने वाला उपकरण) होगा। इसे वह पार्किंग में खड़े वाहनों के पहियों में लगाएंगी। इसके बाद संबंधित वाहन चालान भुगतने के बाद ही छूट पाएगा।
महिलाओं को इस अभियान में उतारने के पीछे सड़कों पर होने वाले विवाद को कम करना भी है। पुरुष सिपाहियों से लोग भिड़ जाते थे, लेकिन महिलाओं के साथ इस बात की संभावना कम रहेगी।
पुलिस अधीक्षक यातायात अक्षय कोंडे ने बताया कि डीआईजी /एसएसपी जन्मेजय खंडूरी के निर्देश पर यातायात सुधार के लिए नए प्रयोग किए जा रहे हैं।
इसी क्रम में शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने और सड़कों पर कहीं पर भी वाहनों को खड़ा करने की लोगों की आदत में सुधार लाये जाने के लिए यह तरीका अपनाया जा रहा है। इसके लिए यातायात पुलिस में नियुक्त महिलाओं की विशेष टीम (क्लैंप मोबाइल वाहन) तैयार कर एक यातायात महिला पेट्रोलिंग दस्ता की शुरुआत की गयी है।
यह टीम शहरी क्षेत्र में घूमकर ऐसे वाहनों को उसी स्थान पर क्लैंप लगाकर वाहन के टायर को जाम कर देगी। यह टीम चौराहों के आसपास के बजाए शहर की सड़कों पर सभी स्थानों पर घूमेगी। पुलिस को इसका लाभ यह भी मिलेगा कि पुरुष पुलिस कर्मचारी से अक्सर क्लैंप लगाने पर लोग भीड़ जाते हैं। लेकिन, महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ ऐसा बहुत कम होगा।
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