लखनऊः उत्तर प्रदेश की 19 ग्रामीण महिलाओं को राज्य सरकार ने स्वच्छ सुजल शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में सोमवार को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने ग्रामीण इलाकों में पेयजल के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। किसान बाजार, गोमतीनगर स्थित कार्यालय सभागार में बुंदेलखंड समेत प्रदेश भर से जल क्षेत्र में काम कर रहीं महिलाओं ने शिरकत की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी जी के सपनों को महिला जल योद्धा साकार कर रही हैं। बरसात में पानी का संचय करके सोख्ता सिस्टम को बढ़ावा दे रही हैं। स्वच्छ पानी की व्यवस्था करने के साथ ग्रामीणों को बीमारियों से बचाने का प्रयास कर रही हैं।
जल शक्ति मंत्री ने सम्मानित होने वाली ग्रामीण महिलाओं से कहा कि जब आप गांव में निकलें तो लोग कहें कि पानी की हीरो, पानी की योद्धा जा रही हैं, आप लोग ऐसा काम करिये। उन्होंने कहा कि जब आप अपने गांव में बरसात के पानी का संचय करेंगे तभी हम जल को बचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सोख्ता सिस्टम से कैसे पानी को संचय किया जा सकता है इसके भी प्रयास करें। महिलाओं ने जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों की जल शक्ति मंत्री को जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए महिलाओं ने कहा कि हर घर जल पहुंचाकर जल जीवन मिशन योजना ने उनके सपनों को साकार करने का काम किया है। सम्मान समारोह में मुख्य रूप में जल निगम ग्रामीण के एमडी डॉ़ बलकार सिंह और राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रियरंजन कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बुंदेलखंड से 7 महिलाओं को स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान नवाजा गया। सम्मानित होने वालों में ललितपुर से भारती देवी, निराशा राजपूत, झांसी से भारती गहलोत, सविता सिंह, नीतू सिंह, महोबा से राजकुमारी, जालौन से मीना देवी रहीं। इसके अलावा बहराइच की प्रेमलता, फिरोजाबाद की पुष्पा देवी, बागपत की पूजा तोमर, देवरिया की रिहाना खातून, सुलतानपुर की पुष्पा, शाहजहांपुर की ज्योति, कुशीनगर की नीलम वर्मा, कौशाम्बी से मीना देवी, मिर्जापुर से अमृता मौर्या, सोनभद्र से निशा सिंह और कुशीनगर से हजारा खातून को जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।