लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के दिशा निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं में महिलाओं की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की विभिन्न गतिविधियों में महिला स्वयं सहायता समूहों की सहभागिता सुनिश्चित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, वही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में भी अधिक से अधिक महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित कराई जा रही है। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सामाजिक व शैक्षिक उत्थान के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता व संकल्पबद्धता के साथ कार्य कर रही है। अपर आयुक्त मनरेगा श्री योगेश कुमार के अनुसार विगत 5 वर्षों में 1.40 करोड़ महिलाओं को मनरेगा योजना अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया एवं मानव दिवस सृजन में महिला सहभागिता वित्तीय 2021-22 में 38ः की गई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 19.97 लाख महिला श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है एवं मानव दिवस सृजन में महिला सहभागिता 38ः है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में महिला स्वयं सहायता समूह की 19238 महिला मेटो को चयनित कर प्रशिक्षित किया गया एवं 12580 महिला मेटो को कार्य उपलब्ध कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 35000 महिला मेटों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके सापेक्ष 16480 महिला मेटों को कार्य पर नियोजित कर लिया गया है।
