लखनऊ: मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 श्री आलोक कुमार ने बताया कि आगामी 14 नवम्बर को पूरे प्रदेश में विश्व मधुमेह दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जिला चिकित्सालयों तथा सामु0स्वा0केन्द्रों पर स्थापित एन0सी0डी0 क्लीनिकों तथा अन्य स्थानों पर शिाविर लगाकर मधुमेह की जाँच तथा इसके सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि समस्त जनपदों में विश्व मधुमेह दिवस के दिन जन-जागरुकता हेतु एक वाॅक का आयोजन किया जाएगा। इस रैली में एन0एस0एस0, एन0सी0सी0 तथा शिक्षा विभाग का सहयोग भी प्राप्त किया जायेगा। इसके अलावा स्वंय सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों व जन प्रतिनिधियों की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। विश्व मधुमेह दिवस का शुभारम्भ यहां 14 नवम्बर को प्रातः 8ः00 बजे 1090 चैराहे से लोहिया चैराहे तक आयोजित होने वाली रैली को हरी झंण्डी दिखाकर किया जाएगा।
श्री आलोक कुमार आज यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एस0पी0एम0यू0 सभागार में एक प्रेस काॅनफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नेशनल प्रोग्राम फाॅर प्रिवेंशन एंड कन्ट्रोल आॅफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिसीसेस एंड स्ट्रोक (एन0पी0सी0डी0सी0एस0) कार्यक्रम के अन्तर्गत 21 लाख लोगों की जँाच कराई गई। इनमें से 3.70 लाख व्यक्ति मधुमेह से ग्रसित मिले। इस भयावह स्थिति को दृष्टिगत रख कर वर्तमान वित्तीय वर्ष में डायबिटीज प्रबंधन हेतु इन्सुलिन की उपलब्धता हेतु 500 लाख रुपये की व्यवस्था की गयी हैं। इस धनराशि को इसी माह चिकित्सालयों को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
मिशन निदेशक ने कहा कि एन0पी0सी0डी0सी0एस0 कार्यक्रम प्रदेश के 38 जनपदों में चलाया जा रहा है। इसके तहत जनपदों के जिला अस्पताल (पुरूष) में जिला एन0सी0डी0 क्लीनिक एवं 90 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सी0एच0सी0 एन0सी0डी0 क्लीनिक संचालित है तथा 1029 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 4858 उपकेन्द्रों पर अपार्चुनिस्टिक स्क्रीनिंग कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त चालू वित्तीय वर्ष में प्रदेश के शेष सभी जनपदों में जिला एन0सी0डी0 क्लीनिक की स्थापना के साथ-साथ 132 नये सी0एच0सी0 एन0सी0डी0 क्लीनिक की स्थापना की स्वीकृृति प्रदान की चुकी है।
श्री आलोक कुमार ने कहा कि स्ट्रोक से बचाव के लिए पदम्श्री डा0 एम0 वी0 पदमा श्रीवास्तव, प्रोफेसर एण्ड हेड, एम्स, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में टी0ए0जी0 का गठन किया गया है। प्रदेश के उन जनपदों जहां सी0टी0 स्कैन की सुविधा उपलब्ध है, इनमें कार्यरत एक फिजीशियन तथा एक इमरजेन्सी मेडिकल आफिसर को प्रशिक्षत किया गया। उन्होंने बताया कि स्ट्रोक से बचाव हेतु आवश्यक औषधियों की भी व्यवस्था कराई जा रही है। इसके लिए 787 लाख रुपये के बजट का प्राविधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य जनपदों में भी सी0टी0 स्कैन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी, ताकि स्ट्रोक से ग्रसित मरीजों का समुचित उपचार हो सके।
मिशन निदेशक ने कहा प्रदेश के 28 जनपदों में कम्प्रेसिव वूमेन हेल्थ चेकअप प्रोग्राम (सम्पूर्णा) प्रारम्भ किया गया है। इसके अन्तर्गत 30 से 60 वर्ष तक की महिलाओं की सर्विक्स, स्तन कैंसर की जाँच तथा सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित महिलाओं को क्रायोथेरेपी की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत सितम्बर 2016 तक 35 हजार महिलाओं के बच्चेदानी के मुहँ की जाँच कराई जा चुकी है। चालू वित्तीय वर्ष में स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग को भी इसमें सम्मिलित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रथम बार बच्चेदानी के मुँह के कैंसर से बचाव हेतु एच0पी0वी0 वैक्सीन के लिए 500 लाख रुपये का प्रबंध किया गया है। जल्द ही 10 से 13 साल की बच्चियों लिए टीकाकरण प्रारम्भ किया जायेगा।
इस अवसर पर डा0 बी.एस. अरोड़ा, वरिष्ठ सलाहकार, एन.एच.एम., डा0 एस.एन.एस. यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ, डा0 अमरेश बहादुर सिंह महाप्रबन्धक एन.सी.डी़.एन.एच.एम. डा0 जे.वी. सिंह, विभागाध्यक्ष एस.पी.एम विभाग, के.जी.एम.यू, डा0 अंशुमाली शर्मा, स्टेट कोआर्डिनेटर, एन0एस0एस0, जाॅर्ज पिलिप, पी.एस.आई., एवं एन.एच.एम. उ0प्र0 सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।