नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल को आगे बढाते हुए केन्द्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नडडा ने आज कोलंबो मे विश्व स्वास्थ संगठन की दक्षिण एशियाई क्षेत्र की स्थानीय समीति के 69वे सत्र मे योगा सत्र की अगुवाई की। इस अवसर पर श्री जे पी नडडा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र आम सभा मे योगा को स्वास्थ और बेहतर जीवन यापन के प्रति समग्र पद्ति प्रदान कराने के रूप मे मान्यता का आहवान किया था। उन्होने कहा कि संयुक्त राष्ट्र आम सभा मे 177 देशो के सहयोग से 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप मे मनाने का प्रस्ताव पारित होने पर हम बहुत प्रसन्न है।
इस योग सत्र मे सौ से भी ज्यादा लोगो के साथ साथ कई देशो के स्वास्थ मंत्रियो ने भी भाग लिय़ा।
इस मौके पर श्री जे पी नडडा ने कहा कि योग विश्व के लिए एक प्राचीन वैदिक उपहार है, जिस मे स्वास्थ और बेहतर जीवन यापन के प्रति समग्र द्षिकोण अपनाने के लिए शरीर,आत्मा और मस्तिष्क को जोडने की शक्ति है।योग केवल एक अभ्यास मात्र नही बल्कि यह अनुशासन और ध्यान का वो सिदान्त है जो कि मानव भावना को बदल कर एक इंसान को सोच,ज्ञान और समपर्ण मे बेहतर इंसान बनाता है।
विश्व मे जीवन शैली से जुडी बीमारियो और गैर संचारी रोगो के बढने पर चिंता व्यक्त करते हुए श्री जे पी नडडा ने कहा कि आज की आधुनिक जीवन शैली की समस्याये सब जानते है।संचारी रोगो की संख्या मे कमी आई है जबकि गैर संचारी रोग लगातार बढ रहे है और 60 प्रतिशत मृत्यु गैर संचारी रोग के कारण से हो रही है।साथ ही उन्होने कहा कि भारत की प्राचीन पद्ति,योग गैर संचारी रोगो को खत्म करने मे अहम योगदान दे सकता है। बीमारियो से बचने और उन्हे नियंत्रित करने मे योग का ज्ञान प्रभावी तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। श्री नडडा ने कहा कैंसर,मधुमेह,सीवीडी,स्ट्रोक और सीओपीडी जैसी गंभीर गैर संचारी बीमारिया खराब जीवन शैली के कारण ज्यादा बढ रही है। उन्होने कहा कि अगर शरीर मस्तिष्क का मंदिर होगा तो योग एक सुन्दर मंदिर बनाएगा।
योग सत्र मे भाग लेने वालो को बधाई देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि योग को बढ़ावा देना बदलते विश्व का प्रतीक है। यह उस विश्व का प्रतिनिधित्व करता है जहां पर ज्ञान की धारा देश, नस्ल, जाति से मुक्त होकर हर जगह बहती है। साथ ही यह ऐसे विश्व का भी प्रतिनिधित्व करता है जहां पर लोग अच्छे काम के लिए एक जगह आगे आकर एकजुटता की चिंता करते है। श्री नड्डा ने कहा कि योगा मानवता को हमारा समन्वित उपहार है। योग का जन्म भारत मे हुआ है लेकिन विश्व में कही पर भी इसको अपनाने वाले लाखों लोग इससे ऊर्जा प्राप्त कर रहे है।
श्री जे पी नडडा कोलंबो मे विश्व स्वास्थ संगठन की दक्षिण एशियाई क्षेत्र की स्थानीय समीति के 69वे सत्र मे भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है। इस सत्र मे उन्होने वैश्विक स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भारत सरकार के दृष्टिकोण को सामने रखा। श्री जे पी नडडा ने मिशन इंद्रधनुष, एमएनटीई और चर्म रोग रहित भारत के दर्जे सहित स्वास्थ्य मंत्रालय की उपलब्धियों को रेखांकित किया।श्री नडडा ने आज एमएनटीई और चर्म रोग रहित भारत के लिए प्रमाण पत्र हासिल किया।श्री नडडा को यह प्रमाण पत्र विश्व स्वास्थ संगठन के महानिदेशक डाँ मार्ग्रॉट और विश्व स्वास्थ संगठन की दक्षिण एशियाई क्षेत्र की स्थानीय समिति की महानिदेशक डाँ पूनम खेत्रपाल सिंह ने दिया।
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