देहरादून: पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, पुलिस ने तीन युवकों को काजल के पेड़ की लकड़ी के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया है। युवक यह लकड़ी एक कार में उत्तरकाशी से सहारनपुर ले जा रहे थे। कार से लकड़ी के 127 टुकड़े बरामद किए गए, जिसकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।
देहरादून की थाना नेहरू काॅलोनी पुलिस ने चेकिंग के दौरान हरिद्वार बाईपास फाटक के पास कार में तीन लोगों को लकड़ी तस्करी में गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास काजल की लकड़ी के 127 गुटके बरामद हुए हैं। नेहरू काॅलोनी एस.ओ विनोद गुसाईं ने बताया कि बुधवार को हरिद्वार बाईपास रेलवे फाटक पर चेकिंग के दौरान एक स्विफ्ट कार को रोका। कार में तीन युवक सवार थे।
जब देहरादून की थाना नेहरू काॅलोनी पुलिस ने तीनों युवको से काजल की लकड़ी के 127 गुटखों के बारे में पूछ्ताछ की तो वे घबरा गए। पुलिस ने कार की चेकिंग की तो डिग्गी में दो बोरों में लकड़ी के करीब 127 गुटके रखे मिले। पूछताछ करने पर सोनम, पेमा दोनों निवासी नेपाल और दानिश निवासी मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश जिला) ने बताया कि काजल की लकड़ी के यह गुटके चीन और अन्य देशों में उपयोग होते हैं। एक नग करीब तीन से चार हजार में बिकता है।
उन्होंने बताया कि वे उत्तरकाशी के बड़कोट क्षेत्र के जंगलों से काजल की लकड़ी को चोरी-छिपे काटकर उसके कटोरे नुमा गुटके बनाते हैं और सहारनपुर के लोनी स्थित पान वालों की लकड़ी के कारखाने में तराशकर नेपाल के रास्ते लकड़ी के गुटखों को तिब्बत व चीन भेजते हैं। उन्होंने बताया की वे पहले भी कई बार काजल की लकड़ी के गुटखों का विदेशों में व्यापार कर चुके हैं। देहरादून की थाना नेहरू काॅलोनी पुलिस ने तीनों युवको के खिलाफ लकड़ी तस्करी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।