देहरादून: योग को प्रदेश की आर्थिकी से जोड़ने के लिए राज्य में Yoga in Uttarakhand कार्यक्रम शुरू किया जाय। जिसके माध्यम से प्रदेश में वर्षभर योग संबंधी गतिविधियां की जा सके। इससे पर्यटन बढ़ेगा, साथ ही प्रदेश में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलाें पर योग आधारित गतिविधियां शुरू करने के लिए ठोस कार्य योजना बनायी जाय। निजी क्षेत्र में योग व ध्यान केन्द्र संचालित करने वाले इंटरप्रीनियोर्स के साथ गहन विचार-विमर्श कर नीति तैयार की जाय। यह निर्देश मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर राज्य अतिथि गृह में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में दिये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के साथ-साथ योग को भी प्रोत्साहित किया जाय। हमारे पास वृहद हिमालय है, इसके आस-पास के क्षेत्रों को योग केन्द्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे बेहतर लोकेशन हमारे पास है, जहां पर योगा के माध्यम से प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत किया जा सकता है। प्रदेश में वर्ष भर योग गतिविधियां संचालित की जाय। इसके लिए संबंधित विभाग एक ठोस कार्य योजना तैयार करे। जो लोग निजी स्तर पर योग केन्द्र संचालित कर रहे है, उन्हें और अधिक प्रोत्साहित किया जाय। इसके लिए योग केन्द्र संचालित करने वाले इंटरप्रीनियोर्स के साथ गहन विचार-विमर्श कर प्रोत्साहन नीति तैयार की जाय। इसके साथ ही वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत अनुदान दिया जायेगा, ताकि अधिक से अधिक युवा योग ध्यान केन्द्र स्थापित कर स्वरोजगार से जुड़े। आयुर्वेद को भी इस योजना से जोड़ा जायेगा। प्रदेश में महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हर्षिल, मुनस्यारी, रूद्रप्रयाग, ऋषिकेश सहित अन्य ऐसे स्थान चिन्ह्ति किए जाए, जहां पर योग ध्यान केन्द्र विकसित किये जा सकते है। उन्होंने कहा कि शहरों में भी योगा पार्क विकसित किये जाय। ऐसे योग पार्क बनाये जाय, जो सीनियर सिटिजन के लिए भी लाभदायक हो।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य ओम प्रकाश ने बताया कि आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत सरकार से प्राप्त गाइड लाइन के अनुसार देहरादून के पवेलियन ग्राउण्ड में योग दिवस मनाया जायेगा। जिसमें एन.एस.एस., एन.सी.सी., स्कूली छात्र-छात्राएं, युवा कल्याण आदि विभाग शामिल होंगे।
बैठक में मुख्य सचिव एन. रवि शंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य ओम प्रकाश, प्रमुख सचिव कृषि एस.रामास्वामी, सचिव आपदा प्रबंधन आर.मीनाक्षी सुन्दरम सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।