21 जून को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। इसके तहत पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व आवासन और शहरी कार्य मंत्रालयने आज सामान्य योग प्रोटोकॉल का एक कार्यक्रम आयोजित किया। इन दोनों मंत्रालयों ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के विदेश स्थित कुछ स्थलों सहित 75 जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए। इस योग सत्र में दोनों मंत्रालयों और इनसे जुड़े अन्य कार्यालयों के सचिवों व अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।इस सत्र में वर्चुअल माध्यम के जरिए नई दिल्ली से केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व आवासन व शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने हिस्सा लिया। वहीं, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली एशिया की पहली और विश्व की सबसे पुरानी रिफाइनरी- डिगबोई रिफाइनरी (तेल शोधन) से इसमें शामिल हुए।
इस कार्यक्रम के दौरान दिए गए अपने संदेश मेंश्री पुरी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उलटी गिनती आयोजित करने के लिए आयुष मंत्रालय की पहल की सराहना की, जिसमें आज दोनों मंत्रालयों ने विदेशों सहित पूरे देश में आयोजित सत्रों में पूरेदिल से हिस्सा लिया।उन्होंने आगे कहा कि योग, शरीर-मस्तिष्क की फिटनेस का एक रूप है, जिसमें मांसपेशियों की गतिविधि का संयोजन शामिल है और आंतरिक रूप से स्वयं, श्वास और ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने की दिशा के लिए भी यह निर्देशित है।
श्री पुरी ने योग को तीन हजार वर्ष पुरानी परंपरा बताया। मंत्री ने कहा कि पश्चिमी दुनिया भी अब इसे एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में पहचानती है। उन्होंने आगे कहा कि योग अब एक समान और सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त है व चिकित्सा की एक वैकल्पिक प्रणाली के रूप मेंदर्ज है।
हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) 21 जून को मनाया जाता है। इसके लिए आयुष को नोडल मंत्रालय बनाया गया है। इस दिन योग विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सुबह सामूहिक योग प्रदर्शन कार्यक्रम और इसके बाद योग संबंधी अन्य गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।
इस साल राष्ट्र स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसके तहत आयुष मंत्रालय ने 100 विभिन्न संगठनों की भागीदारी के साथ 13.03.2022 से शुरू होने वाले 100-दिवसीय उलटी गिनती कार्यक्रम शुरू किया है।इस संबंध में आयुष मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उलटी गिनती कार्यक्रम को मनाने के लिएसामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) पर आधारित योग अभ्यासों और अन्य संबंधित गतिविधियों को आयोजित करने के लिए हर एक मंत्रालय को विशिष्ट तिथियां आवंटित की हैं।