लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने का प्रयास जारी है और अब शहरों के साथ गांवों को भी सैनिटाइज किया जायेगा।
योगी ने बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास पर 56 फायर टेंडर का लोकार्पण करने के साथ ही इनके वाहनों को हरी झंडी दिखाकर जिलों में रवाना किया। उन्होंने कहा कि सरकार स्वच्छता के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है और इन नए फायर टेंडरों से बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन सभी का उपयोग कोरोना संक्रमण से जंग में शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों को सैनिटाइज करने में होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी फायर टेंडर्स आज सेनेटाइजेशन के कार्य के साथ प्रतिबद्धता से जुड़ रहे हैं। इनके साथ अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त 56 नए फायर टेंडर जुड़ रहे हैं। अधिकारियों को सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करके वायरस से प्रभावित इलाके को साफ करने में मदद करेंगे। यह अत्याधुनिक उपकरणों से फायर टेंडर किसी भी प्रकार के विषाणु अवरोधक कार्य को करने के लिए या विषाणुओं को समाप्त करने के लिए सेनेटाइजेशन के कार्य में भी तत्काल लगेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस को पूरी तरह परास्त करने के लिए यहां आमजन की सहभागिता से लॉकडाउन में बचाव की हर कार्रवाई को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश की 350 तहसीलों में से आधी तहसीलें ऐसी थीं जिनमें फायर टेंडर नहीं थे। तीन वर्ष में चरणबद्ध तरीके से इन्हें आगे बढ़ाते हुए हमने बड़ा का कर लिया है। अब तक केवल 130 तहसीलें ऐसी रह गई थीं, जिनमें फायर टेंडर अब तक नहीं थे। अब 56 ऐसी तहसीलों में फायर टेंडर की स्थापना और उनके इक्विपमेंट को वहां स्थापित करने की कार्रवाई को पूरा करने जा रहे हैं।
अग्निशमन सेवा के महानिदेशक राज कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि 890 फायर ब्रिगेड वाहन पहले से ही काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि इन सभी वाहनों का उपयोग संबंधित जिलाधिकारी , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और नगर आयुक्त, सोडियम हाइपोक्लोराइट के स्प्रे के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अग्निशमन सेवा विभाग के लिए 30 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिनमें से 20 करोड़ रुपये 95 नए वाहनों की खरीद के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। पहले ही अब तक 61 वाहनों की डिलीवरी हो चुकी है।
फायर सर्विसेज में हाइड्रोलिक कॉम्बी-टूल्स, थर्मल इमेजिंग कैमरा, हैंड कंट्रोल हाई प्रेशर ब्रांच, ब्रीदिंग अप्लायंस, केमिकल सूट और न्यूमेटिक एयर लिफ्टिंग सिस्टम की खरीद के लिए दस करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया जाएगा। Source रॉयल बुलेटिन