लखनऊ: मुख्यमंत्री आवास पर अपना हक मांग रहे युवाओं पर जिस तरह से प्रदेश की निरंकुश योगी आदित्यनाथ सरकार ने लाठीचार्ज कराया वह निहायत शर्मनाक है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ0 मनीष हिंदवी ने बताया कि वर्ष 2018 से चल रहे 69000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में 67 दिनों से शिक्षक आंदोलनरत हैं, मगर इस संवेदनहीन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी उसका अनुपालन न करना, यह बताता है कि सरकार पूरी तरह से तानाशाही रवैये पर उतारू है।
उन्होंने कहा कि युवाओं के हित की बात करने वाली भाजपा सरकार पिछले 6 सालों से इस प्रकारण का हल नहीं निकाल पाई। इससे स्पष्ट होता है कि युवाओं को रोजगार देने को लेकर ये सरकार गंभीर नहीं है। स्थिति इतनी भयावह है कि युवा जब अपना हक मांगने सड़क पर उतरते हैं तो सरकार निरंकुशता की सारे हदें पार कर देती है। उन पर लाठियां बरसाई गई तथा रोड़ पर घसीटा गया, महिलाओं से अभद्रता की गई, कई युवा बेहोश भी हो गये।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ समय पहले इनकी ही सरकार की बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे विभाग में रिक्त पद ही नहीं है। इस बयान से सरकार की कथनी और करनी का फर्क साफ जाहिर होता है।
प्रवक्ता मनीष हिंदवी ने कहा कि आज जब बेरोजगारी चरम पर है। सरकार का ये रवैया, युवाओं के प्रति उनकी संवेदनहीन सोच को दर्शाता है, जिसे अब प्रदेश का युवा बर्दाश्त नहीं करेगा और आगामी लोकसभा चुनाव में वोट की चोट देकर भाजपा की तानाशाही सरकार को सबक सिखाने का काम करेगा।