लखनऊ: प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि युवा शक्ति हमारे देश में सबसे अधिक है। सहकारिता आन्दोलन में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। कृषक ही हमारे अन्नदाता हंै, कृषकों के उत्थान एवं कल्याण हेतु सरकार हर सम्भव मदद कर रही है। देश एवं प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सहकारिता की अहम भूमिका है। वर्तमान सरकार कृषि को बेहतर बनाने के हर सम्भव प्रयास कर रही है जिससे निश्चित ही कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
यह बातें श्री वर्मा ने आज यहाॅं सहकारिता भवन के चैधरी चरण सिंह सभागार, में ‘‘युवाओं, महिलाओं एवं निर्बल वर्ग के लिए सहकारिता’’ विषय पर उ0प्र0 कोआपरेटिव यूनियन लि0 (पी0सी0यू0) एवं उ0प्र0 राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लि0 (यू0पी0सी0एल0डी0एफ0) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी का शुभारम्भ करने के उपरान्त कहीं। उन्होने कहा कि किसानों के समग्र विकास के लिए सहकारिता ही एक ऐसा सशक्त साधन है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सकता है। वर्तमान सरकार में सहकारी सुविधाओं का परिणाम है कि सहकारिता आन्दोलन को प्रदेशव्यापी आन्दोलन बनाया गया है जिससे प्रदेश आर्थिक सम्पन्नता की ओर तेजी से अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सहकारी समितियों की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र तिवारी ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं, महिलाओं एवं निर्बल वर्गों के लिए ही सहकारिता का गठन हुआ है। उन्होने कहा कि सहकारिता ही एक ऐसा उपाय है जिससे जन सामान्य का कल्याण हो सकेगा। सहकारिता को आगे रखकर ही सबका विकास सम्भव है। युवाओं एवं महिलाओं को इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। सहकारिता विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुचाये जाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
प्रमुख सचिव सहकारिता/आयुक्त एवं निबन्धक सहकारिता श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी ने विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि विभागीय योजनओं एवं कार्यक्रमों को गति देने में अपना अमूल्य योगदान दे। श्री रेड्डी ने सहकारिता द्वारा उत्तम उत्पादन एवं विपणन, प्रसंस्करण एवं भण्डारण के क्षेत्र में अपना उत्कृष्टतम प्रदर्शन परिलक्षित करने के लिए कार्य प्रणाली में सुशासन, नेतृत्व तथा सुधारों को लागू किये जाने पर बल दिया।
प्रबन्ध निदेशक पी0सी0यू0 श्री मनोज कुमार ने कहा कि यू0पी0 कोआपरेटिव यूनियन सहकारिता विभाग की शीर्ष संस्था है। इस शीर्ष सहकारी संस्था की स्थापना वर्ष 1928 में की गयी थी। इसके गठन का मुख्य उद्देश्य सहकारी शिक्षा एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था करना तथा सहकारी कार्यक्रमों का क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार करना है। सहकारी शिक्षा कार्यक्रमों के अन्तर्गत प्रदेश में सचल इकाईयों द्वारा भावी सदस्यों, सहकारी बन्धुओं, पदाधिकारियों, कर्मचारियों, युवकों एवं महिलाओं को सहकारी सिद्धान्त, दर्शन, व्यवहार एवं कार्यप्रणाली आदि की शिक्षा दी जाती हैं। पी0सी0यू0 द्वारा परम्परागत कार्यों के अतिरिक्त संस्था की आय में वृद्धि करने के उद्ेश्य से प्रथम बार सरकार द्वारा घोषित मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत वर्ष 2017-18 से गेहूॅ एवं धान क्रय एजेन्सी के रूप में कार्य प्रारम्भ किया गया है।
प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लि0 श्री ए.के. सिंह, ने कहा कि देश एवं प्रदेश का सन्तुलित आथर््िाक विकास श्रमिकों एवं कृषको पर निर्भर है। श्रमिक समुदाय हमारे समाज का बहुसंख्यक वर्ग है इसलिए श्रमिकों के जीवकोपार्जन विकास एवं उत्थान में ही हमारे समाज का आथर््िाक विकास निहित है।
इस अवसर पर श्री वीरेन्द्र कुमार तिवारी सभापति सी.एल.डी.एफ. ने कहा कि संस्था का उद्देश्य है कि सम्बद्ध श्रम संविदा समितियों द्वारा लिए गए ठेकों को पूरा कराने में सहायता प्रदान करना, सदस्य श्रम समितियों के लिए उपयुक्त तथा लाभप्रद व्यवसाय को सुलभ कराना है।
इस अवसर पर श्री आर0पी0 बघेल संचालक लैकफेड ने भी अपने विचार व्यक्त किये। गोष्ठी में विशेष सचिव सहकारिता श्री जुनीद अहमद, उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 के प्रबंधक निदेशक श्री धीरेन्द्र सिंह, यू0पी0को-आपरेटिव बैंक लि0 के एम0डी0 श्री भूपेन्द्र कुमार एवं विभाग के अपर निबन्धक तथा वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों के प्रति पी0सी0यू0 के सभापति श्री उमाशंकर कुशवाहा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।