कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर के थाना कल्याणपुर क्षेत्र के मिर्जापुर इलाके में एक हफ्ते से बंद पड़े मकान से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने अनहोनी की आशंका के चलते पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का मेन गेट बंद पाया तो फॉरेंसिक टीम को सूचना दी। एक घंटे बाद पहुंची फॉरेंसिक टीम ने लोहे का मेन गेट वेल्डिंग मशीन से काटकर खुलवाया तो गेट के पीछे सुसाइड नोट चिपका मिला। पुलिस मेन गेट से अंदर दाखिल हुई तो उसे लोहे का एक दरवाजा और बंद मिला जिसे तोड़ना पड़ा। अंदर फंदे से लटकी लाश मिली।
घटना से फैली सनसनी
कल्याणपुर के मिर्जापुर इलाके में सुबह का उजाला फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी का माहौल हो गया। दरअसल मिर्जापुर इलाके में सनसनी इसलिए मची क्योकि एक हफ्ते से बंद घर के अंदर से दुर्गंध आ रही थी। पड़ोसियों ने इसकी सूचना कल्याणपुर पुलिस को दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घर का लोहे का मेन गेट अंदर से बंद था। पुलिस ने तत्काल फॉरेंसिक टीम और वेल्डिंग मशीन वाले को बुलाया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने वेल्डिंग मशीन से लोहे का मेन गेट कटवाया और अंदर दाखिल हुई तो उनके भी होश उड़ गए।
लोहे का गेट काटकर पुलिस अंदर घुसी
गेट के पीछे विजय सिंह द्वारा लिखा सुसाइड नोट चस्पा था जिस पर लिखा था कि घर के अंदर पहले पुलिस अधिकारी आएं, नहीं तो तथ्यों के साथ छेड़खानी की जा सकती है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट घर के अंदर दाखिल हुए तो उनको लोहे का एक और दरवाजा अंदर से बंद मिला जिसको पुलिस कटवाकर अंदर घुसी तो अंदर विजय की सड़ी-गली लाश फंदे से लटकी थी।
नशे का आदी था बेटा, मां को करता था तंग
स्थानीय लोगों की मानें तो विजय नशे का लती था और अपनी अपनी जरूरतों को पूरी करने के लिए अपनी मां से मारपीट करके पैसे मांगता था जिसके चलते विजय की मां उसकी आदतों से तंग आकर एक सप्ताह पहले अपने रिश्तेदार के घर चली गयी थी। मां के जाने के बाद विजय के पास पैसों की कमी हो गयी जिसके बाद वह काफी परेशान रहने लगा और आखिर में उसने अपने अपने मकान के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी।
बेटे ने मेरी जिदंगी नर्क बना दी थी: मां
मृतक की मां विमला देवी ने बताया कि वह अक्सर शराब के पैसे मांगता था, ना देने पर मारपीट करता था जिससे आजिज आकर अपना घर छोड़कर रिश्तेदार के घर चली गयी थी। मृतका की मां ने रोते हुए बताया कि कब तक और कहां तक बर्दाश्त करे, हमेशा पैसा मांगता था और ना देने पर गाली-गलौज करता था। विमला देवी ने कहा कि इसने मेरी जिंदगी नर्क बना दी, अब हम क्या करें।