कोरोना संकट के बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर आई है। कोरोना वैक्सीन की दिशा में बड़ी सफलता मिली है। इंडियन फॉर्मास्युटिकल कंपनी Zydus Cadila कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरु कर चुकी है, जिसमें 1148 कैंडिडेट पर वैक्सीन का क्लीनीकल ट्रायल करेगी। कंपनी को इसके लिए जीसीजीआई से अनुमति मिल गई है। देश में बनी कोरोना वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल शुरू हो गया है। जायडस कैडिला हेल्थकेयर ने अपनी कोविड वैक्सीन ZyCoV-D का ट्रायल शुरू कर दिया है।
कोरोना वैक्सीन का दो फेज फेज 1 और फेज 2 में क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया गया है। इसके लिए 1048 वॉलंटियर्स पर ट्रायल किया जाएगा। इस वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल को दो श्रेणी में किया जा रहा है। पहला इन्क्लूजन और दूसरा एक्सक्लूजन पर बेस है। वैक्सीन के ट्रायल के दौरान इन्क्लूजन को भी दो फेज में बांटा गया है। पहले फेज में इस वैक्सीन को 18 से 55 साल की स्वस्थ महिलाओं और पुरुषों पर इसका ट्रायल किया जाएगा। इसके लिए उम्मीदवारों का चयन किया जा चुका है। इसके दूसरे फेज में 12 साल से अधिक उम्र के वॉलंटियर्स पर इसका ट्रायल होगा।
वहीं फर्मा कंपनी क्लिनीकल ट्रायल के दूसरे फेज एक्सक्लूशन क्राइटेरिया में दो फेज के तहत ट्रायल करेगी, जिसमें वॉलंटियर को पूरी तरह से स्वस्थ रखा जाएगा। जिसमें देखा जाएगा कि ट्रायल के दौरान वॉलंटियर्स को 4 हफ्ते तक बुखार या किसी तरह का संक्रमण न हो। इस दौरान देखा जाएगा कि वैक्सीन के डोज से इंसानों पर कैसा असर होता है। उन्हें किसी तरह का का संक्रमण या स्वास्थ्य संबंधी समस्या तो नहीं हो रही है। अगर इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल सफल होता है तो ये भारत के लिए बड़ी कामियाबी होगी। source: oneindia.com