देवप्रयाग: पर्वतीय क्षेत्र के ऐसे कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है जहां छात्र प्रर्याप्त संख्या में हैं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी ने टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सीघ्र रिक्त पदों पर अध्यापकों की भर्ती की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि दूरस्त क्षेत्रों में अध्यापकों की कमी की समस्या अधिक है अतः इन स्थानों पर भी अविलम्ब अध्यापकों की नियुक्ति की कर दी जाए।
मुख्य शिक्षा अधिकारी दिनेश चंद्र गौड ने विधायक को आश्वस्त किया है कि सीघ्र ही अध्यापकों के सभी रिक्त पदों को भर दिया जाएगा। श्री गौड से बात करने पर उन्होंने बताया कि 31 मार्च तक सभी गेस्ट टीचरों की सेवाएं समाप्त हो रही हैं जो कि स्वीकृत पदों के 15 प्रतिशत पदों पर कार्यरत हैं। उन्होंने आगे बताया कि मार्च प्रथम सप्ताह में स्वीकृत पदों के सापेक्ष जो लगभग 50 प्रतिशत अध्यापकों के रिक्त पद हैं उन पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी।
‘‘अध्यापकों की कमी पर्वतीय क्षेत्रों की गंभीर समस्या बनी हुई है। टिहरी जनपद में सीघ्र ही अध्यापकों के रिक्त पद भर दिए जाएंगें। इसके लिए मैंने टिहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दे दिए हैं। सीघ्र ही दूरस्त क्षेत्रों के छात्रों को अध्यापक मिल जाएंगे।‘‘
-विनोद कंडारी, विधायक, देवप्रयाग
‘‘इस संबध में माननीय विधायक विनोद कंडारी जी से निर्देश प्राप्त हुए हैं। मार्च के प्रथम सप्ताह में रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।‘‘
– दिनेश चंद्र गौड, मुख्य शिक्षा अधिकारी, टिहरी