मुंबई: अभिनेत्री ऋचा चड्ढा का कहना है कि उन्हें हर समय लोगों और मीडिया का आकर्षण बने रहना पसंद नहीं है और लोगों को यह समझना चाहिए कि कलाकार सार्वजनिक हस्ती हैं, सार्वजनिक संपत्ति नहीं हैं. क्या हर फोटोग्राफर के साथ अच्छे बने रहने पर दिक्कत होती है, इस पर ऋचा ने आईएएनएस को बताया, “मैं लोगों को बताना चाहूंगी कि हम कलाकार सार्वजनिक हस्तियां हैं, सार्वजनिक संपत्ति नहीं हैं. क्या मैं इंडिया गेट हूं? अगर मैं सड़क पर खड़ी हूं तो लोग आकर मुझसे पूछे बिना मेरी तस्वीरें लेने लगेंगे. क्या यह गलत नहीं है.”
ऋचा ने कुछ विशेष परिस्थितियों को साझा करते हुए बताया, “एक दिन दो लोग बाइक पर आए और मुझसे तस्वीरें लेने के लिए पूछने लगे. मुझे उन्हें अनदेखा करना पड़ा, क्योंकि मेरी प्राथमिकता कार में मेरी मां को बैठाना और क्लीनिक से दवाएं लेना था. अब आप मुझे बताइए कि ऐसी स्थिति में मैं एक तस्वीर के लिए इनकार क्यों नहीं कर सकती.”
उन्होंने दूसरा उदाहरण देते हुए कहा, “दूसरे दिन की बात है, मैं अपने मित्र को खाने के लिए एक रेस्तरां में लेकर गई, ताकि उसका मन बहल सके, क्योंकि उसने अपने पिता को खो दिया था. जब हम बाहर निकले, हम दोनों रो रहे थे. हमारी आंखें लाल थीं. हम तस्वीर देने के मूड में नहीं थे और इस पर उन फोटोग्राफरों में से एक ने कहा, मैम यह तीसरी बार है जब आप तस्वीर नहीं दे रही हैं. यह गलत है. वास्तव में? किस तरह?”
हालांकि अभिनेत्री का मानना है कि प्रशंसकों के साथ तस्वीरें खिंचवाना एक विशेषाधिकार है, लेकिन लोगों और मीडिया व प्रशंसकों की सीमाओं का सम्मान किया जाना चाहिए.