लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने दो दिवसीय इलाहाबाद जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत इलाहाबाद पहंुचे। वहां उन्होंने सर्किट हाउस स्थित अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, नागरिक उड्डयन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता ने भी अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने अर्द्धकुम्भ 2018-19 से सम्बन्धित कार्याें एवं इलाहाबाद के संगम क्षेत्र स्थित घाटों का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन किए। उन्होंने हरिहर गंगा समिति एवं जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित गंगा आरती में सम्मलित होते हुए माँ गंगा जी की आरती भी की।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए योगी जी ने कहा कि तीर्थराज प्रयाग का महात्म्य प्राचीन एवं अद्वितीय है। इसी महात्मय के कारण ही प्रयाग की धरती को तीर्थराज की उपाधि प्राप्त हुयी है। उन्होंने कहा कि आगामी अर्द्धकुम्भ मेले को तीर्थराज प्रयाग की गरिमा के अनुरूप पूरी भव्यता एवं दिव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा। इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि आने वाले श्रद्धालुओं, सन्तों एवं महात्माओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। उन्होंने कहा कि यहाँ पर लगने वाले कुम्भ, अर्द्धकुम्भ एवं प्रतिवर्ष लगने वाले मेले के आयोजन के दृष्टिगत स्थायी कार्यों का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे कि यहाँ आने तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, श्रद्धालुओं एवं साधु सन्तों को अच्छी से अच्छी सुविधा सुलभ करायी जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इलाहाबाद में आगामी अर्द्धकुम्भ मेले के बेहतर आयोजन के सम्बन्ध में विचार-विमर्श करके रणनीति अभी से बना ली जाए। उन्होंने गंगा जी के तट पर स्थापित विभिन्न धार्मिक स्थलों के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने धार्मिक स्थल श्रृंगवेरपुर के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि यह स्थल सामाजिक समरसता के लिए एक अद्वितीय मिसाल है। इस स्थान पर निषादराज को प्रभु श्रीराम ने अपने गले से लगाया था।
योगी जी ने नमामि गंगे परियोजना के तहत केन्द्र सरकार द्वारा गंगा जी को स्वच्छ बनाए रखने हेतु चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने लोगों से गंगा जी एवं यमुना जी को स्वच्छ बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि इनको प्रदूषित होने से बचाएं। गंगा जी में साबुन, फूल-माला, कचरा, कागज व पाॅलीथीन इत्यादि न प्रवाहित करें। उन्होंने कहा कि गंगा जी को स्वच्छ बनाए रखने हेतु राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में गंगा जी के किनारे स्थित ग्रामों मंे शौचालयों के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा जी व यमुना जी के किनारे स्थित शहरों से निकलने वाले गन्दे पानी को रोकने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 तक गंगा जी एवं यमुना जी को पूर्ण रूप से निर्मल एवं स्वच्छ बनाने जाने का लक्ष्य सरकार द्वारा निर्धारित है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि इस कार्य को निर्धारित समय में पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने गंगा दशहरा की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई देते हुए सभी लोगों से गंगा जी एवं यमुना जी को स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लेने की अपील की।