देहरादून: प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्या की अध्यक्षता में विधान सभा स्थित सभाकक्ष में अलाभकर गोवंश (वृद्ध, बीमार, विकलांग, बांझ एवं निराश्रित गोवंश तथा पुलिस-प्रशासन द्वारा गो-तस्करों से जब्त किया गया केस प्राॅपर्टी गोवंश) को शरण देने हेतु मान्यता प्रदत्त एवं अर्ह पशु कल्याण संस्थाओं को राजकीय सहायता अनुदान दिये जाने के सम्बन्ध में राजकीय अनुदान चयन समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में श्रीमती आर्या द्वारा अल्मोड़ा जनपद के अन्तर्गत एक संस्था को गौशाला निर्माण मद में तथा प्रदेश के सभी 21 मान्यता प्रदत्त एवं अर्ह संस्थाओं को गोवंश भरण-पोषण मद में राजकीय सहायता दिये जाने क निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि का वितरण एक बडे कार्यक्रम का शीघ्र आयोजन कर चैक के माध्यम से किया जाय। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि वितरण आयोजन कार्यक्रम में गो-सेवकांे को योजनाओं की जानकारी भी दी जाय ताकि अधिक से अधिक पात्र संस्थाएं पशुपालन विभाग की योजनाओं का लाभ ले सकें। उन्होंने निर्देश दिये कि गो-सदनों हेतु राजकीय अनुदान मद में अतिरिक्त अनुपूरक बजट आवंटन प्राप्त होने पर यथाशीघ्र पुनः राजकीय अनुदान चयन समिति की बैठक आहूत करा ली जाय।
उन्होंने निदेशक पशुपालन विभाग को निर्देश दिये कि राजकीय पशु चिकित्सालयों पर निर्माण मद में व्यय होने वाली राशि तथा सचल पशु चिकित्सा वाहन पर व्यय होने वाली राशि का तुलनात्मक अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाय। जिससे कि प्रदेश में अधिकाधिक प्रभावी ढंग से पशु पालकों को विभागीय योजनााओं से लाभान्वित किया जाना संभव हो सके।
श्रीमती आर्या ने निर्देश दिये कि महिलाओं को सशक्त करने के लिए गो पालन व्यवसाय को महिलाओं से जोडा जाय। इसके लिए जन सहयोग की अपील करते हुए गोदान की योजना प्रस्तावित की जाय। बैठक में अपर सचिव पशुपालन बी0एम0 मिश्रा, निदेशक पशुपालन डाॅ0 एस0 एस0 बिष्ट, प्रभारी अधिकारी उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड डाॅ0 आशुतोष जोशी तथा प्रभारी अधिकारी उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग डाॅ0 डी0सी0 सेमवाल मौजूद थे।