नई दिल्लीः इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 1 से 15 फरवरी, 2018 तक उत्साह और सक्रिय भागीदारी के साथ स्वच्छता पखवाड़ा मनाया। मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा प्रेरक और शारीरिक गतिविधियों वाली दैनिक कार्य योजना लागू करने के लिए तैयार की गई। मंत्रालय की कार्ययोजना का एक प्रमुख भाग ई-कचरा प्रबंधन था जिसमें व्यापक रूप से सामुदायिक भागीदारी होती है। इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव ने 31.01.2018 को स्वच्छता पखवाड़ा शुरू होने से पहले विभिन्न संगठनों के प्रमुखों के साथ बैठक/वीडियों कांफ्रेंस से तैयारियों की समीक्षा की।
मंत्रालय के सचिव ने 01.02.2018 को सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई और अपने उद्घाटन संदेश में कार्य स्थल और आप-पास के क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति संकल्प पर बल दिया ताकि स्वच्छ और हरित भारत का सपना साकार हो सके। मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा स्वच्छता के महत्व और ई-कचरे के सुरक्षित निष्पादन के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ई-कचरा और स्वच्छता पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया।
स्वच्छ और हरित पास-पड़ोस की दिशा में योगदान करने के लिए 03.02.2018 को मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा ईएन भवन में इसके कार्यालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने डीएवीपी रोड पर (ईएन भवन से प्रगति विहार हॉस्टिल) श्रमदान किया। स्वच्छता और ई-कचरे के सुरक्षित निष्पादन पर संदेशों/स्लोगन को प्रचारित/प्रदर्शित किया गया और मंत्रालय की वेबसाइट के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक्स रूप में प्रचारित/प्रदर्शित किया गया।
07.02.0218 को मंत्रालय द्वारा ई-कचरे पर पोस्टर/स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की गई। 07.02.2018 को इलेक्ट्रॉनिक निकेतन के निकट के स्कूलों के विद्यार्थियों की पेटिंग/स्लोगन प्रतियोगिता हुई।
हैदराबाद में मंत्रालय (सी.मेट तथा सी-डैक) द्वारा 08.02.2018 को ई-कचरा प्रबंधन पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ताकि ई-कचरा प्रबंधन पर विकसित तकनीकी/उपकरण पर जानकारी का प्रसार किया जा सके।
हाऊसकीपिंग तथा कैंटीन स्टाफ और मंत्रालय के अधिकारियों के लिए 09.02.0218 को ठोस तथा तरल प्रबंधन और सामान्य स्वच्छता के महत्व और आवश्यकता पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।