मुंबई: बॉलीवुड एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं. वो भले ही धर्म से मुसलमान हो लेकिन उनकी बचपन से ये इच्छा रही है कि वो रामलीला का हिस्सा बने. पिछले साल उनकी ये तमन्ना पूरी होने वाली थी लेकिन शिवसेना के विरोश के बाद ये मुमकिन नहीं हो पाया. नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी रामलीला की टीम से वादा किया था कि अगले साल वो ज़रूर उनके साथ स्टेज पर होंगे लेकिन अब इस साल भी ये हो पाना मुश्किल लग रहा है.
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी रामलीला में मारीच का किरदार निभाने वाले थे लेकिन राईट विंग कार्यकर्ताओं ने इसका जम कर विरोश किया. उनका मानना है कि मुस्लिम एक्टर ने पिछले 50 साल में रामलीला के स्टेज पर कदम नहीं रखा है. इस बारे में रामलीला के आयोजक विनीत कल्याण ने टाइम्सऑफ़ इंडिया से बातचित करते हुए कहा कि “मुझे नहीं लगता कि वो इस साल भी रामलीला का हिस्सा बन सकते हैं. लेकिन हम अभी भी इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने वापस आने का वादा किया था. एक्टर के फैंस उनका यहां स्टेज पर आने का इंतजार कर रहे हैं”.
बता दें, इस मामले में नवाज़ुद्दीन का अभी तक कोई बयान नहीं आया है लेकिन पिछले साल उन्होंने ट्वीट करके वादा किया था कि वो इस साल ज़रूर रामलीला का हिस्सा होंगे. नवाज़ ने ट्वीट में लिखा था, “मेरा बचनपन का सपना पूरा नहीं हो पाया, लेकिन अगले साल मैं निश्चित तौर पर रामलीला का हिस्सा बनूंगा.”