लखनऊ: दिनांक 19 फरवरी, 2015‚ उत्तर प्रदेश सरकार ने पद्मभूषण मल्लिका-ए-गज़ल बेगम अख्तर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने एवं ऐसी अद्वितीय फनकार के कृतित्वों एवं विरासत का संवर्धन करने के उद्देश्य से बेगम अख्तर शताब्दी वर्ष 2014-15 में ‘‘बेगम अख्तर पुरस्कार’’ शुरू किया है, जो संस्कृति विभाग द्वारा संचालित किया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां देते हुए प्रदेश की संस्कृति एवं महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अरुण कुमारी कोरी ने बताया कि बेगम अख्तर पुरस्कार प्रत्येक वर्ष एक ऐसे प्रतिभावान विशिष्ट गायक को प्रदान किया जायेगा, जिसने दादरा, ठुमरी, गज़ल की विधाओं में अपने व्यक्तिगत प्रयासों से उत्कृष्ट आयाम स्थापित किया हो तथा इन विधाओं में राष्ट्र के गौरव में अभिवृद्धि की हो। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के किसी एक अद्वितीय प्रतिभावान कलाकार को 05 लाख रुपये की धनराशि, अंगवस्त्रम् एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। बेगम अख्तर पुरस्कार के लिए विचार किये जाने वाले कलाकार की जन्मभूमि/कर्मभूमि उत्तर प्रदेश होनी चाहिये तथा उसकी आयु 40 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिये। उसे यह पुरस्कार दादरा, गजल, ठुमरी की गायिकी विधा में सम्पूर्ण उपलब्धियों के आधार पर ही प्रदान किया जायेगा।
संस्कृति मंत्री ने बताया कि इस पुरस्कार हेतु मार्गदर्शी सिद्धांत के अनुसार आगामी 05 मार्च तक उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी लखनऊ, भातखण्डे संगीत संस्थान समविश्वविद्यालय लखनऊ, भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ, अयोध्या शोध संस्थान, अयोध्या, राष्ट्रीय कथक संस्थान लखनऊ, गीत एवं नाटक प्रभाग लखनऊ, उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र इलाहाबाद, भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद, लखनऊ, आकाशवाणी लखनऊ, दूरदर्शन केंद्र लखनऊ तथा उत्तर प्रदेश में स्थित विश्वविद्यालयों के संगीत संकाय के डीन/हेड तथा विभिन्न जनपदों के जिलाधिकारियों/मण्डलायुक्तों से नामांकन मांगे गये हैं। पुरस्कार सम्बन्धी नियमावली एवं निर्धारित प्रारूप वाला आवेदन पत्र संस्कृति विभाग, उ0प्र0 के वेबसाइट एड्रेस www.upculture.up.nic.in पर भी देखा जा सकता है।
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