लखनऊ: प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ० धर्म सिंह सैनी द्वारा आज यहाँ रु0 2.55 करोड़ की लागत से निर्मित एवं 2 नबीउल्ला मार्ग, सिटी स्टेशन के निकट स्थित उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के नवीन कार्यालय भवन का उद्घाटन किया गया।
उल्लेखनीय है कि उ0प्र0 राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ की स्थापना 30 दिसम्बर, 2014 को हुयी थी। तत्समय सोसाइटी हेतु किसी भवन की व्यवस्था नहीं होने के कारण अस्थायी रूप से सोसाइटी को नेशनल होम्योपेथिक मेडिकल कॉलेज, गोमतीनगर, लखनऊ के परिसर में स्थापित किया गया था।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में आयुष मंत्री, डॉ० धर्म सिंह सैनी ने आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी एवं योग की चिकित्सा पद्धतियों के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्राचीन आयुष चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्जीवित और सुदृढ़ करने, आयुष चिकित्सालयों में औषधियों की उपलब्धता बनाये रखने एवं योग व प्राकृतिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कृतसंकल्प हैं। प्रदेश के 2104 आयुर्वेदिक, 254 यूनानी तथा 1575 होम्योपैथी औषधालयों में पर्याप्त औषधियों की आपूर्ति करायी गयी है।
आयुष मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश के 33 आयुर्वेदिक, 16 यूनानी एवं 232 होम्योपैथी चिकित्सालयों का सुदृढ़ीकरण कराया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के 16 जनपदों में 50 शैय्यायुक्त एकीकृत चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है, जिनमें एक ही छत के नीचे आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होम्योपैथी विधा से उपचार की सुविधा जनसाधारण के लिए उपलब्ध रहेगी।
आयुष मंत्री डॉ० सैनी द्वारा इस अवसर पर आयुष सोसाइटी द्वारा पहली बार प्रकाशित नव संवत्सर के कैलेन्डर एवं योगाभ्यास पुस्तिका का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर सचिव, आयुष श्री मुकेश कुमार मेश्राम ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में चलाये जा रहे प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों पूरे प्रदेश में ”आयुष आप के द्वार“ नाम से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत आयुष चिकित्सक जगह-जगह आयुष शिविर लगा कर मरीजों का उपचार कर रहे हैं और दवांए भी वितरित कर रहे हैं।
श्री मेश्राम ने बताया कि योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से विभिन्न रोगों के उपचार हेतु प्रदेश के सभी जिलों में आयुष वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं, जिनमें योग प्रशिक्षक एवं योग सहायक की तैनाती की जा रही है। अब तक भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में कुल 100 वेलनेस सेंटर्स खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के 15 जनपदों के 15 ग्रामों को ‘आयुष ग्राम‘ के रूप में विकसित किया जायेगा। इन ग्रामों में आयुष चिकित्सा पद्धतियों में वर्णित आहार, जड़ी-बूटी के संरक्षण व प्रयोग, संचारी रोगों से बचत इत्यादि के बारे में लोगों को जागरूक किए जाने के साथ ही आयुष मेले एवं योग शिविर भी समय-समय पर लगाये जायेंगे। प्रदेश में आयुष शैक्षिक संस्थानों के सुदृढ़ीकरण एवं उनमें पुस्तकालय, फर्नीचर, उपकरण एवं उपस्कर की व्यवस्था हेतु भी धन दिया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह में मिशन निदेशक श्री यतीन्द्र मोहन के अलावा आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं उ0प्र0 राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।