उत्तर प्रदेश की सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग से महिलाओं के लिए कई प्रकार की सरकारी योजनाओं को लागू की है। जिसके अंतर्गत महिलाओं को नौकरी करने और उद्योग स्थापित करने में फायदा मिल सकता है। साथ ही ये योजनाएं यूपी की सभी महिलाओं को सशक्त और आथर्कि रुप से मजबूत बनाएंगी। तो आइए जानते हैं इन सरकारी योजनाओं के बारे में साथ ही इनसे मिलने वाले लाभ के बारे में।
मुखबिर योजना
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और महिलाओं के जन्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएम योगी ने महिला सशक्तिकरण मिशन के तहत मुखबिर योजना को प्रारंभ किया है। इस योजना के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 प्रदान किया गया है जिसके तहत 64 रेस्क्यू वैन भी तैयार की गई हैं।
इसके अंतर्गत एक ओर जहां महिला एवं बाल विकास कल्याण विभाग मंत्रालय ने हेल्पलाइन नंबर 181 का विस्तार किया है तो वहीं आशा ज्योति केंद्र को 11 से बढ़ाकर 75 जिलों में आवंटित कर दिया है। इस योजना के अंतर्गत घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं मदद मांग सकती हैं तो वहीं भ्रूण हत्या की सूचना देने वालों को 10 हजार से 2 लाख रुपए तक का ईनाम दिया जाता है।
निराश्रित पेंशन योजना
प्रदेश की सभी विधवा महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन योजना के अंतर्गत लेकर प्रारम्भिक चरण में 500 रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध करने की योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत महिला के पति के देहांत के बाद पुनर्विवाह करने पर दम्पत्ति को दिए जाने वाले पुरस्कार राशि को 11,000 से बढ़ाकर 51,000 करने, दहेज पीडि़त महिलाओं को प्रति माह 125 रुपए की आर्थिक सहायता राशि को बढ़ाकर प्रथम चरण में 500 रुपए करने एवं दहेज पीडि़त महिलाओं को कानूनी सहायता के रुप में एकमुश्त मिलने वाली 2500 रुपए की सहायता राशि को बढ़ाकर 10,000 रुपए करने की योजना बनाई है।
सामूहिक विवाह योजना
यूपी की गरीब मुस्लिम लड़कियों का विवाह कराने की योजना का नाम है सामूहिक विवाह योजना। इस योजना के तहत मुस्लिम महिलाओं को सरकार यह भी दिलासा दिलाएगी की सुप्रीम कोर्ट में लंबित तीन तलाक के केस में मुस्लिम महिलाओं की राय के आधार पर प्रदेश सरकार अपना पक्ष रखेगी।
भाग्यलक्ष्मी योजना
लोक कल्याण पत्र 2017 के अंतर्गत भाग्यलक्ष्मी योजना को लागू करने बड़े प्रस्ताव तैयार करने के लिए सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा चलाई गई इस योजना के अंतर्गत प्रदेश की हर गरीब परिवार में बेटी के जन्म पर 50,000 रुपए का विकास बाण्ड दिया जाएगा। बेटी के कक्षा 6 में पहुंचने पर तीन हजार रुपए, कक्षा 8 में पहुंचने पर 5 हजार रुपए, कक्षा 10 में पहुंचने पर 7 हजार रुपए और कक्षा 12 में पहुंचने पर 8 हजार रुपए दिए जाएंगे। बेटी के 21 वर्ष की होने पर 2 लाख रुपए दिए जाएंगे।
विधवा महिलाओं के लिए योजना
विधवा महिलाओं के लिए सरकारी मदद योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत विधवा और ऐसी महिलाओं जिनके पति शराबी हैं और उनका कोई अन्य आय स्त्रोत नहीं है, की सहायता की जाएगी। इसके अलावा बाल संरक्षण योजना एवं महिला शरणालयों में मिल रहे भोजन की गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करने पर भी विशेष ध्यान दिया है।