नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोकतांत्रिक शासन का लाभ देश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे। वे सतर्कता जागरूकता सप्ताह, 2017 का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जन समुदाय को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा किया गया था। इस कार्यक्रम की थीम है ‘मेरा विजन-भ्रष्टाचार मुक्त भारत’। इस अवसर पर केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, कैबिनेट सचिव श्री पी.के. सिन्हा, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त श्री के.वी. चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि हमें भ्रष्टाचार के जड़ पर चोट करनी चाहिए। देश रूपी सुंदर वृक्ष को कीड़ों-मकोड़ों से बचाने के लिए हमें निरंतर निगरानी करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जहां तक शासन की बात है, सरदार पटेल भारतीय परंपरा के सर्वश्रेष्ठ मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पूरे देश में अखंडता सुनिश्चित की और वे स्वयं भी सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा के उज्जवल उदाहरण हैं।
केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने , ‘न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन’ के सिद्धांत का अनुसरण किया है। सरकारी अधिकारी सरकार के उपकरण होते हैं और खराब उपकरणों से अच्छा परिणाम प्राप्त नहीं किया जा सकता। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलेरेंस की नीति अपनाई है और साथ ही ईमानदार अधिकारियों को सुरक्षा भी प्रदान की है। उन्होंने छोटे पदों में नियुक्ति के लिए साक्षात्कार खत्म करने और स्वप्रमाणन का भी जिक्र किया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि एक आरटीआई पोर्टल की शुरूआत की गई है। इस पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति कहीं से भी आवेदन भेज सकता है। उन्होंने कहा कि हमें 2020 तक भारत को भ्रष्टाचार मुक्त करने की शपथ लेनी चाहिए।
श्री वी.के. चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सीवीसी ने बहुआयामी रणनीति अपनाई है। इसमें दंडात्मक उपाय, सुरक्षा उपाय और सक्रियता के साथ भाग लेने की रणनीति शामिल है और ये एक-दूसरे के पूरक हैं। केवल दंडात्मक उपयों से वांछित परिणाम प्राप्त नहीं किया जा सकता। प्रणाली में बदलाव की जरूरत है और विलंब करने वाले कारणों की पहचान करनी चाहिए। दंडात्मक सतर्कता, सुरक्षात्मक सतर्कता और सक्रिय भागीदारी सतर्कता के अंतर्गत किए गए उल्लेखनीय कार्यों को मान्यता प्रदान करने के लिए इस वर्ष से दो प्रकार के पुरस्कारों की शुरुआत की जा रही है। प्रारंभ में सरकारी संगठनों और सरकारी उपक्रमों समेत 25 संगठनों के लिए इंटेग्रिटी इंडेक्स बनाया जाएगा। इस इंडेक्स के लिए आईआईएम अहमदाबाद तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह के लिए ‘मेरा विजन भ्रष्टाचार मुक्त भारत’ को थीम के रूप में चुना गया है।
उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों और संगठनों को दंडात्मक सतर्कता, सुरक्षात्मक सतर्कता और सक्रिय भागीदारी सतर्कता के क्षेत्र में सतर्कता उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए।
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इस अवसर पर श्री एम. वेंकैया नायडू ने सीवीसी के ई-लर्निंग प्रोजेक्ट को भी जारी किया। सुरक्षात्मक सतर्कता की पहल विषय पर एक पुस्तिका भी जारी की गई। कार्यक्रम के दौरान ‘द राईज ऑफ ए क्रप्शन फ्री इंडिया’ फिल्म दिखाई गई।
इससे पहले मुख्य सतर्कता आयुक्त श्री के.वी. चौधरी ने सहभागियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। इस अवसर पर कैबिनेट सचिव श्री पी.के. सिन्हा, सतर्कता आयुक्त श्री राजीव व डॉ. टी.एम. भसीन तथा मंत्रालयों/सरकारी संगठनों / केंद्रीय लोक उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारी एवं उद्योग संघों/गैर सरकारी संगठनों/ शैक्षिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा छात्र उपस्थित थे।