नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि एकता और अखण्डता हमारे देश की ताकत है। वह आज यहां राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव संगठन के शिष्टमंडल के सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे थे, जिन्होंने उन्हें ‘साम्प्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह’ के अवसर पर भेंटस्वरूप एक फ्लैग स्टीकर दिया।
उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि हमें अपनी मातृभूमि की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करनी है तथा उसका अनुकरण करना है, जिसे हमने अपने पूवर्जों से विरासत में प्राप्त किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी संस्कृति दुनिया के अन्य देशों की तुलना में अधिक प्राचीन है। उन्होंने कहा कि अलग जाति, वर्ण, प्रजाति या धर्म के बावजूद हम सभी एक हैं।
उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि पहले भारत को ‘विश्व गुरु’ के रूप में जाना जाता था तथा कई देशों के छात्र तक्षशिला, नालंदा जैसे हमारे विश्वविद्यालयों एवं अन्य अध्ययन केन्द्रों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे। उन्होंने कहा कि मुगलों के आक्रमण एवं ब्रितानी उपनिवेश के बाद स्थिति बदल गई है और अब समय आ गया है कि भारत एक बार फिर से वैश्विक ज्ञान हब के रूप में उभरकर सामने आए। उपराष्ट्रपति महोदय ने सभी छात्रों को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रकट कीं।
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