नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की वर्तमान एवं लक्षित परियोजनाओं से सीजनल आधार पर अगले चार वर्षों के दौरान लगभग 50 करोड़ श्रम दिवसों के अनुमानित रोजगार का सृजन होगा। यह साल 2018 से लेकर साल 2022 तक की अवधि के दौरान औसतन लगभग 12.5 करोड़ श्रम दिवस प्रति वर्ष होगा। इनमें से लगभग एक करोड़ प्रोफेशनल, 3.5 करोड़ कुशल श्रम दिवस और 8 करोड़ अर्द्ध-कुशल तथा अकुशल श्रम दिवस होंगे।
वर्तमान में, देशभर में एनएचएआई की 282 परियोजनाएं क्रियान्वयनाधीन हैं जिनकी कुल लम्बाई लगभग 20,000 किलोमीटर है। इनमें से 10,000 किलोमीटर लम्बे राजमार्गों का निर्माण अगले एक-दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एनएचडीपी और भारत माला योजनाओं के तहत देश के सभी राज्यों में अगले तीन-चार वर्षों में लगभग 31,000 किलोमीटर की लम्बाई वाली तकरीबन 220 परियोजनाओं के ठेके देने एवं इन्हें पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अत: एनएचएआई ने अगले चार वर्षों में लगभग 50,000 किलोमीटर लम्बे राजमार्गों का निर्माण करने की योजना बनाई है।
इससे सीजनल रोजगार अवसर सृजित होंगे, क्योंकि परियोजनाओं का सफलतापूर्वक एवं दक्ष क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए योग्य प्रोफेशनलों, कुशल एवं अर्द्ध-कुशल श्रम बल की आवश्यकता पड़ेगी।
प्रोफेशनलों, कुशल एवं अर्द्ध-कुशल श्रम बल की आवश्यकता पूरी करने के लिए एनएचएआई ने कौशल विकास के लिए एक व्यापक कार्यक्रम शुरू किया है। प्रोफेशनलों, कुशल एवं अर्द्ध-कुशल श्रम बल का कौशल बढ़ाने का खाका तैयार करने के लिए एनएचएआई के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान कौशल विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। एनएचएआई के अध्यक्ष्ा ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अधिकारियों से एनएचएआई की परियोजनाओं की आवश्यकता के अनुरूप कौशल विकास की विस्तृत योजना पेश करने को कहा है। संबंधित हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद इस योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
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