देहरादून: सूबे में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान परिवहन निगम के बेड़े में शामिल की गई बसों की खरीद की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। दरअसल बसों की खरीद को लेकर कई तरह की कानाफूसी होती रही। लिहाजा सूबे की टीएसआर सरकार ने दूध का दूध और पानी का पानी करने के मकसद से खरीद की जांच करवाने का निर्णय ले लिया है
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने नियोजन विभाग को जांच एजेंसी बनाने को हरी झंडी दे दी है। कांग्रेस सरकार में खरीदी गई 483 यूरो-3 बसों की खरीद जांच जल्द शुरू कर दी जाएगी। परिवहन सचिव डी. सेंथिल पांडियन की माने तो नियोजन विभाग को इस बारे में पत्र भेजा जा रहा है।
बहरहाल सूत्रों की माने तो सरकार जानना चाहती है कि जब दूसरे राज्यों में यूरो-4 बसें चलन में आ चुकी हैं तो राज्य में यूरो-3 बस क्यों खरीदी गई। जबकि परिवहन निगम को हिदायात दी गई थी कि बेड़े में शामिल करने के लिए जो बस खरीदी जाएं वो पर्यावरण के मानकों को पूरा करने वाली होनी चाहिए।
गौरतलब है कि तब कांग्रेस सरकार ने जर्जर बसों वालों परिवहन निगम के बेड़े में नई बस शामिल करने के लिए 100 करोड़ रूपए का विशेष पैकेज मंजूर किया था। हालांकि सूत्रों की माने तो टीएसआर सरकार के तेवरों को देखते हुए परिवहन निगम में बेचैनी का माहौल है।