अल्मोड़ा: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सर्किट हाउस, अल्मोड़ा में कोसी नदी के पुनरूद्धार के संबंध में बैठक की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोसी नदी के पुनरूद्धार में आम जन की सहभागिता हो, इस बात का हमे विशेष ध्यान रखना होगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य स्तर पर एक अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी जो कोसी नदी पुनरूद्धार के कार्यों में सहयोग प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोसी नदी के पुनरूद्धार के लिए कोसी कैचमेंट एरिया से जुड़े ग्रामीण जिन्हें अभी भी रसोई गैस कनैक्शन उपलब्ध नही हुए है, उन्हें रसोई गैस कनैक्शन प्राथमिकता से उपलब्ध कराये जाए। उन्होंने कहा कि कोसी कैचमेंट एरिया में जहां पर भी चैकडैम बनाये गये हैं, वहा पर देसी गुलाब के पेड़ लगाये जाय। इससे एक ओर जहां चैकडैमो को मजबूती मिलेगी वही दूसरी ओर मधुमक्खी पालन मंे भी यह उपयोगी सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कोसी कैचमेंट एरिया में खस घास लगाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कोसी नदी के चारों तरफ चैड़ी पत्ती के पेड़ सहित फलदार वृक्षों का रोपण अधिकाधिक हो, इसके लिए विशेष अभियान चलाना होगा।
उन्होंने कहा कि कोसी कैचमेंट एरिया से जुड़े प्रत्येक ग्राम का हर व्यक्ति इस अभियान से जुड़े इसकी हमें विशेष पहल करनी होगी। इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों द्वारा भी सहयोग प्रदान करने की बात की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर हमें मनरेगा के माध्यम से इस कार्य को आगे बढ़ाना होगा। भविष्य में इसके लिए बजट प्राविधानित किया जायेगा ताकि इस अभियान को और अधिक गति मिल सकें। उन्होंने कहा कि कोसी कैचमेंट एरिया के विकास के लिये कार्य योजना बनायी जा रही है।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती इवा आशीष श्रीवास्तव व कुमाऊॅ विश्वविद्यालय परिसर के भूगोल विभाग के डाॅ.जे.एस.रावत ने अभी तक की तैयारियों पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों पर संतोष प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गति से यह कार्य किया जा रहा है, वह आगे भी जारी रहे इसका विशेष ध्यान रखना होगा।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री अजय भटट, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डाॅ.धन सिंह रावत, राज्यमंत्री श्रीमती रेखा आर्य, विधायक श्री महेश नेगी सहित जिला स्तरीय अधिकारी, उपस्थित थे।