नई दिल्ली: केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने कहा है कि हमारे खिलाड़ियों में केवल कौशल आधारित खेल ही नहीं, बल्कि प्रत्येक खेलों में अच्छा करने की आश्चर्यजनक क्षमता होती है। हाल ही में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2018 के पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए आज आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा कि खिलाड़ी देश के राजदूत होते हैं, युवाओं के आदर्श होते हैं और प्रत्येक भारतीय उनके कारण गौरवान्वित महसूस करता है। खेल को एक सॉफ्ट पावर की संज्ञा देते हुए श्री राठौर ने कहा, ‘हम फिल्म, पाक शैली एवं संस्कृति जैसे किसी भी अन्य सॉफ्ट पावर का वित्त पोषण नहीं करते, लेकिन खेलों का वित्त पोषण करते हैं’। उन्होंने बाद में यह भी स्पष्ट किया कि खेलों के लिए फंड की कोई कमी नहीं है, लेकिन हरेक पैसे का इष्टतम उपयोग किया जाना चाहिए। नौ खेल स्पर्धाओं से मैरी कॉम, मीरा बाई चानू, नीरज चोपड़ा, सुमित मल्लिक, सुशील कुमार, विनेश फोगट, राहुल अवारे, साइना नेहवाल, पी.वी. सिंधु, किदाम्बी श्रीकांत, दीपिका पल्लीकल, सौरभ घोषाल, विकास कृष्णन, गौरव सोलंकी, मनु भास्कर, जीतू राय, तेजस्विनी सावंत, हिना सिद्धू, मणिका बतरा एवं अन्य समेत लगभग 56 खिलाड़ियों को समारोह के दौरान नकदी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्वर्ण पदक विजेता प्रत्येक खिलाड़ी ने लगभग 30 लाख रुपये के बराबर का नकदी पुरस्कार प्राप्त किया, जबकि रजत पदक विजेता प्रत्येक खिलाड़ी को 20 लाख रुपये तथा कांस्य पदक विजेता प्रत्येक खिलाड़ी को 10 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया।
एक खिलाड़ी के रूप में अपने अनुभव को साझा करते हुए कर्नल राठौर ने कहा कि ऐसा कोई समय नहीं होगा जब किसी तरह की बाधाएं या सीमाएं नहीं होंगी, लेकिन हमें इस पर ध्यान एकाग्र करने के बारे में सीखना होगा तथा उससे उबरने की कोशिश करनी होगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की पूरी यात्रा में भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और खेल मंत्रालय का घनिष्ठ समन्वय होता है और खेल मंत्रालय की टीम सभी मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री महोदय ने उनसे अपनी मांगों को तर्कपूर्ण तरीके से प्रस्तुत करने को कहा तथा जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने का आग्रह किया। पदक विजेता खिलाड़ियों को भविष्य के लिए सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि प्रशंसा स्थायी नहीं होगी, जबकि खेलों के लिए प्रेम का अस्तित्व हमेशा बना रहेगा।