नई दिल्ली: भारत के केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने आज नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में गाम्बिया गणराज्य के परिवहन, कार्य एवं अवसंरचना मंत्री श्री बाय लामिन जोबे और मलावी के व्यापार, उद्योग एवं पर्यटन मंत्री श्री हेनरी मूसा से अलग-अलग मुलाकात की। गाम्बिया के परिवहन, कार्य एवं अवसंरचना मंत्री श्री बाय लामिन जोबे से मुलाकात में कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि गाम्बिया की आर्थिक प्रगति और विकास में वहां रह रहे भारतीय समुदाय की भी अहम भूमिका है। कृषि मंत्री ने कहा कि वे वहां मौजूद भारतीय समुदाय की क्षमताओं का उपयोग करने के लिए गाम्बिया सरकार को और अधिक प्रोत्साहित करना चाहेंगे, ताकि दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके। भारत के कृषि मंत्री ने कहा कि भारत सरकार का मानना है कि गाम्बिया और भारत के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए कृषि महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि भारत कृषि क्षेत्र में गाम्बिया को तकनीकी सहायता देने को इच्छुक है।
कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि गाम्बिया प्याज, गेहूं, मेसलिन का आटा, वनस्पति वसा और तेल तथा चीनी का आयात विश्व के अन्य देशों से करता है। भारत के कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने कहा कि भारत गाम्बिया को इन सभी कृषि जिंसों का निर्यात कर सकता है। कृषि मंत्री ने कहा कि गाम्बिया द्वारा भारत की शुल्क मुक्त टैरिफ वरीयता (डीएफटीपी) स्कीम को स्वीकार करने पर उन्हें खुशी हो रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत को अपना निर्यात बढ़ाकर गाम्बिया इस स्कीम का लाभ उठायेगा।
भारत के कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने आज कृषि भवन में मलावी के व्यापार, उद्योग एवं पर्यटन मंत्री श्री हेनरी मूसा से भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और बढ़ेगा।