उत्तर प्रदेश की धरती ने सुरेश रैना, मोहम्मद कैफ, प्रवीण कुमार और पीयूष चावला जैसे कई प्रतिभावान क्रिकेटर भारतीय क्रिकेट टीम दिए हैं। लेकिन इसके बावजूद यूपी के लोग अपने राज्य में क्रिकेट मैच देखने के लिए हमेशा तरसते रहे हैं। राज्य में देखा जाए तो अंतर्राष्ट्रीय मानक पर खरा उतरने वाला सिर्फ एक ही क्रिकेट स्टेडियम हैं और वो है कानपुर का ग्रीनपार्क स्टेडियम। हालांकि इस मैदान पर उतने मैच नहीं हुए जितने होने चाहिए। इसका एक कारण इसकी पिच को भी बताया जाता है। लेकिन अब कुछ सुधारों के साथ इस स्टेडियम में समय-समय पर अंतर्राष्ट्रीय मैचों का आयोजन हो रहा है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मैच इसी मैदान पर 29 अक्टूबर को खेला जाना है। लेकिन दिलचस्प संयोग देखिए की कानपुर का रहने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव टीम इंडिया में शामिल होने के बाद अपने घरेलू मैदान पर अपना पहला मैच खेलेंगे, जिसको लेकर शहरवासियों में खुशी का माहौल है। 22 साल के कुलदीप यादव का ये तीसरा टेस्ट होगा। कुलदीप का टेस्ट डेब्यू काफी शानदार रहा है। वह 2 मैचों में अब तक 9 विकेट झटक चुके हैं।
आपको बता दें कि ये संयोग पहली बार नहीं है जब कानपुर का कोई छोरा टीम इंडिया में रहते हुए ग्रीनपार्क स्टेडियम में अपना जलवा दिखायेगा। इससे पहले कानपुर के रहने वाले ही ऑफ स्पिन गेंदबाज गोपाल शर्मा ने साल 1985 में ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया था। आाजादी के बाद भारतीय टीम के लिए खेलने वाले गोपाल यूपी के पहले खिलाड़ी थे। हालांकि गोपाल का क्रिकेट करियर कुछ खास नहीं रहा। भारत के लिए वो सिर्फ 5 टेस्ट खेल पाए जिसमें उन्होंने सिर्फ 10 विकेट झटके। नवंबर 1990 में श्रींलका के खिलाफ खेला गया मैच उनके करियर का आखिरी टेस्ट साबित हुआ। गोपाल वनडे में भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और 11 मैचों में सिर्फ 10 विकेट ले पाए।
ग्रीनपार्क स्टेडियम का इतिहास
गौरतलब है कि इसी मैदान पर भारतीय टीम ने अपना 22 सितंबर 2015 को अपना 500वा टेस्ट खेला था| इस दौरान टीम इंडिया के 500वें टेस्ट को मौके को यादगार बनाने के लिए बीसीसीआई ने जोरदार तैयारियोंकी थी। साथ ही ग्रीनपार्क स्टेडियम में देश के पूर्व टेस्ट कप्तानों को भी सम्मानित किया गया।
ग्रीनपार्क स्टेडियम में आखिरी वनडे मैच 11 अक्टूबर 2015 को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था जिसमें मेहमान टीम ने 5 रन से मैच जीत लिया था। आंकड़ो की बात करे तो इस मैदान पर अब तक कुल 14 वनडे मैच खेले गए हैं जिसमें से 8 बार पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है।
बता दें कि ग्रीन पार्क स्टेडियम का नाम मैडम ग्रीन के नाम पर है, जो 1940 के दशक में हॉर्स राइडिंग का अभ्यास करती थी। इस स्टेडियम का निर्माण 1945 में हुआ और 1952 में पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच खेला गया| यह भारत का एकमात्र स्टेडियम है जहां स्टूडैंट गैलरी मौजूद है। साथ ही ग्रीन पार्क में दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युअल (हाथ से चलाये जाने वाला) स्कोरबोर्ड है।