जयपुर: फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दकी का कहना है कि मेरे व्यक्तित्व को बहुत कम कर के आंका जाता है और माना जाता है कि मैं गैंगस्टर के रोल ही कर सकता हूं, लेकिन मैं मुगले आजम में दिलीप कुमार वाला किरदार का रोल भी कर सकता हूं।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में लेखक सआदत हसन मंटो पर आ रही फिल्म पर आधारित एक सत्र में नवाज ने कहा कि मंटो बहुत सच्चे इंसान थे, लेकिन मैं बहुत झूठ बोलता हूं, इसलिए फिल्म करने से पहले मुझे तीन महीने तक मंटो को समझना पड़ा और जब मैं मानसिक तौर पर तैयार हो गया तब हमने शूटिंग शुरू की और अब शूटिंग खत्म होने के बाद मुझे मंटो को अपने में से निकालने में काफी मेहनत करनी पड़ रही है। सत्र के दौरान फिल्म की निर्देशक नंदिता दास भी मौजूद थीं और उनसे बात कर रहे थे पत्रकार और एंकर विनोद दुआ। नवाज को लेकर यहां लोगों में काफी क्रेज नजर आया और यह सत्र खचाखच भरा हुआ था।
अपनी एक्टिंग और मंटो से अपने जुड़ाव के बारे में नवाज ने कहा कि मैं मंटो जैसा तो नहीं हूं, लेकिन उनका ‘एरोगेंस’ कुछ हद तक मुझ में है और उनकी तरह मै भी कहना चाहता हूं कि यदि आपको मेरी एक्टिंग पसंद नहीं है तो कमी आप में ही है। उन्होंने कहा कि मैं स्टार और एक्टर दोनों रहना चाहता हूं। कॉमर्शियल फिल्में इसलिए करना चाहता हूं कि उनमें पैसा ज्यादा मिलता है और इस पैसे की बदौलत ही मैं मंटो जैसी फिल्में कर पाता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए स्टार या एक्टर जैसा कोई भेद नहीं है। मेरे लिए कोई भी फिल्म या तो अच्छी होती है या बुरी होती है। उन्होंने कहा कि वे रामलीला देखते और करते हुए बड़े हुए हैं, इसलिए उनमें धर्म के आधार पर किसी से कोई भेदभाव नहीं है और वे चाहते हैं कि ऐसा किसी में न हो।