गोपेश्वर: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कलेक्ट्रेट सभागार, गोपेश्वर में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विभिन्न विभागों द्वारा संचालित की जा रही विकास योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्यो को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार की दिशा में निरन्तर सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने सभी रेखीय विभागों को आपसी समन्वय बनाकर काश्तकारों की आर्थिकी बढाने हेतु शीघ्र कार्य योजना तैयार करते हुए कार्य करने के निर्देश दिये। किसानों/काश्तकारों को उनकी उत्पादित फसलों का सही मूल्य मिले इसके लिए क्लस्टर आधारित योजनाऐं तैयार करते हुए धरातल पर उतारी जाय। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कृषकों को 2 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम में हर वर्ष लाखों यात्री आते है, जहाॅ बडी मात्रा में फूलों की आवश्यकता पडती है। इसके लिए उन्होंने उद्यान विभाग को फूलों की खेती हेतु लोगों को प्रेरित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने आलू, मटर, मशरूम, प्याज आदि सब्जियों एवं फलो के उत्पादनों पर जोर देते हुए भौगोलिक परिस्थियों के अनुसार वैली विकसित करने के निर्देश रेखीय विभागों के अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही उन्होंने चकबन्दी के लिए भी लोगों को प्रेरित करने की बात कही।
समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने निर्देश दिए कि शत प्रतिशत पेंशन लाभार्थियों के आधार नम्बर उनके खातो से लिंक किये जाए। उन्होंने कहा कि जिन पेंशन लाभार्थियों के आधार नम्बर नही बन पाये है, संबधित क्षेत्र के ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों एवं अन्य क्षेत्रीय कर्मचारियों को लक्ष्य निर्धारित करते हुए दो सप्ताह के भीतर शत प्रतिशत आधार बनाने को कहा। मुख्यमंत्री ने जिले में 0-6 वर्ष तक के बच्चों के कम लिंगानुपात पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों को भी आपसी समन्वय बनाकर ठोस रणनीति के साथ कार्य करने के निर्देश दिये तथा जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड सेन्टरों पर भी कडी निगरानी रखते हुए लिंगानुपात में सुधार लाने को कहा। उन्होंने लोनिवि, पीएमजीएसवाई, वन, शिक्षा, पेयजल निगम, जल संस्थान, उरेडा, विद्युत आदि विभागों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की भी विभागवार समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 तक प्रत्येक परिवार को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने विद्युत विभाग को ऐसे सभी परिवारों का डेटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है, जो धन के अभाव या अन्य किसी कारण से अभी तक विद्युत विहीन है। ग्रामीण पर्यटन को बढावा देने के लिए होम स्टे के तहत लोगों को प्रोत्साहित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने वर्षाकाल के दौरान क्षतिग्रस्त सड़क, पेयजल लाईन, पैदल मार्ग आदि परिसमपत्तियों की स्थिति की जानकारी भी ली तथा क्षतिग्रस्त परिसम्मपत्तियों की शीघ्र मरम्मत के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में विधायक श्री महेन्द्र भट्ट, श्री मगन लाल शाह, श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, जिलाधिकारी श्री आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक सुश्री तृप्ति भट्ट, सीडीओ श्री विनोद गोस्वामी सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।