हैदराबाद: हाल में महिला युगल कोच नियुक्त की गयी ज्वाला गुट्टा भारतीय बैडमिंटन में युगल खिलाड़ियों की दशा से खुश नहीं हैं और उन्होंने कहा कि वह नयी भूमिका में उन पर ध्यान लगाना चाहेंगी।
ज्वाला ने यहां पीटीआई से कहा, मैं खेल की बेहतरी देखना चाहती हूं। मैं हमेशा युगल के बारे में बात करती हूं। बाई में नया प्रशासन मुझे बोर्ड में लेना चाहता था। मैं खुश हूं। नये अध्यक्ष हिमांत बाई अध्यक्ष हिमांत विश्व शर्मा सभी के विचारों के प्रति सकारात्मक हैं। वर्ष 2011 विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदकधारी ज्वाला को भारतीय बैडमिंटन संघ बाई ने महिला युगल के लिये कोच चुना है।
उन्होंने कहा, बैडमिंटन में एकल खिलाड़ी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके सामने युगल कहीं भी नहीं हैं। मैं युगल को प्रोमोट करना चाहती हूं, लोगों और मीडिया को युगल के बारे में बताना चाहती हूं। कई बार की राष्ट्रीय युगल चैम्पियन ज्वाला ने कहा कि युगल में उचित सुविधायें नहीं हैं, इसे बढ़ावा नहीं दिया जाता और इतना प्रायोजन भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उभरते हुए शटलर एकल में खेलने के लिये ज्यादा आतुर हैं।
उन्होंने कहा कि वह देश में कम से कम पांच मजबूत जोड़ियां देखना चाहती हैं।
ज्वाला ने अभी तक खेल से संन्यास लेने की घोषणा नहीं की है, उन्होंने कहा, मैं अभी तक विचार कर रही हूं। मैं जल्द ही फैसला करूंगी। इस 33 वर्षीय खिलाड़ी ने हालांकि कहा कि उन्हें चोट संबंधित कोई परेशानी नहीं है।