देहरादून: तिब्बती समुदाय द्वारा सम्यक संबुद्व डि-गुड क्योब्पा जिग-तेन सुम-गोन के महापरिनिर्वाण के 800 वर्ष पूर्ण होने की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में अन्तर्राष्ट्रीय डि-गुड कर्ग्युद संस्था द्वारा सहस्त्र धारा रोड, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल जी शामिल हुए।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आध्यमिकता को पर्यावरण से जोडा जाना है उन्होंने कहा कि हम सब को मनुष्य धर्म का पालन करते हुए मानव कल्याण के लिए हमेशा कार्य करते रहना चाहिए।
श्री अग्रवाल ने कहा कि तिब्बती समुदाय के लोग अपने देश से हजारों किलोमीटर दूर रहकर भी अपनी संस्कृति को नहीं भूले। उन्होंने कहा कि बौद्ध/तिब्बती संस्कृति और परम्परा के प्रचार-प्रसार एवं वैज्ञानिक विकास तथा संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान में कार्यरत मठों सहित स्वैच्छिक बौद्ध/तिब्बती संगठन द्वारा किये गये कार्य सराहनीय है।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने तिब्बती धर्म गुरू दलाई लामा द्वारा कही बात का समर्थन करते हुए कहा कि भारत में तिब्बती लोगों की बौद्व परंपराए और उससे सम्बन्धित संस्कृति के संरक्षण की आजादी और अवसर प्राप्त है।
पुण्यतिथि के अवसर पर परर्माथ निकेतन स्वामी चिदानन्द जी महाराज, श्री सतपाल जी महाराज पर्यटन मंत्री, परम पावन डि-गुड क्योब्गोन, विनोद प्रसाद रतुडी, आर्चाय विपिन जी, राजेश पटेल, पियुष अग्रवाल आदि लोग मौजूद थे।