नई दिल्ली: कैश की किल्लत से जूझ रहे लोगों के लिए और बुरी खबर आ रही है। अब एटीएम से पैसे निकालने और अन्य ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक पैसे देने पड सकते है। एटीएम ऑपरेटर्स ने एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए ऊंची इंटरचेंज रेट की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसा करने से उन्हें हाल ही में आरबीआई के सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करने में मदद मिलेगी।
अभी एक बैंक के डेबिट कार्ड से दूसरे बैंक के एटीएम से एक महीने में 3 बार पैसे निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगता है। वहीं 3 बार से ज्यादा निकालने पर 20 रुपए टैक्स देना पड़ता है। यह करीब 23 रुपए हो जाता है। वहीं बैलेंस चैक या दूसरे नॉन कैश ट्रांजैक्शन पर 5 रुपए चार्ज करते हैं। कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री (सीएटीएमआई) ने मांग की है कि एटीएम से ट्रांजैक्शन करने पर चार्ज कम से कम 3 रुपये से 5 रुपये बढऩा चाहिए। जिससे एटीएम ऑपरेटर्स बढ़ती महंगाई में अपनी लागत निकाल सकें। सीएटीएमआई के डायरेक्टर के श्रीनिवास का कहना है कि महंगाई लगातार बढ़ रही है। आरबीआई ने काफी सख्त गाइडलाइंस जारी की है। इन्हें पूरा करने के लिए चार्ज बढ़ाने चाहिए, जिससे एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स की कुल लागत में बढ़ोतरी होगी।
माना जा रहा है कि एटीएम ऑपरेटर्स की मांग मानी जा सकती है। ऐसा होने पर बैंक के कस्टमर्स को दूसरे बैंक के एटीएम का प्रयोग करने पर ज्यादा चार्ज देना होगा। माना जा रहा है कि एटीएम ऑपरेटर्स की मांग मानी जा सकती है। ऐसा होने पर बैंक के कस्टमर्स को दूसरे बैंक के एटीएम का प्रयोग करने पर ज्यादा चार्ज देना होगा। (खास खबर)