नई दिल्ली: वाणिज्य सचिव सुश्री रीता तेवतिया ने 16 से 19 मई, 2017 तक इक्वाडोर और कोलंबिया में एक आधिकारिक और व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
इक्वाडोर में उन्होंने वहां के वाणिज्य मंत्री श्री जुआन कार्लोस कासिनीली के साथ द्विपक्षीय बैठक कर आपसी व्यापार और निवेश संबंधों पर चर्चा की।
दोनों पक्षों के उद्योग प्रतिनिधियों की एक बैठक भी आयोजित की गई थी जिसमें वाणिज्य सचिव और श्री जुआन कार्लोस भी शामिल हुए थे। भारत की ओर से औषधि, सूचना प्रौद्योगिकी, ऑटो, खनन और निर्माण, जैव ईंधन, कृषि रसायन, इस्पात और स्टील तथा कपड़ा कंपनियों एवं फिक्की के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इक्वाडोर की तरफ से उनके व्यापारिक प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए।
यात्रा के दौरान वाणिज्य सचिव ने संयुक्त आर्थिक और व्यापार समिति (जेईटीसीओ) की पहली बैठक की सहअध्यक्षता की। इक्वाडोर की तरफ से व्यापार, समेकन और व्यापार सुधार उप मंत्री डॉ हम्बर्टो जिमेनेज ने बैठक की सह अध्यक्षता की थी।
भारत और इक्वाडोर संभावित क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाने और संतुलन के लिए अपने द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने पर सहमत हुए।
2015-16 के दौरान इक्वाडोर से 153.20 मिलियन डॉलर निर्यात तथा 563.77 मिलियन डॉलर आयात के साथ द्विपक्षीय व्यापार 716 मिलियन डॉलर का था। इक्वाडोर ने आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंध सुदृढ़ करने के वास्ते विशेषाधिकारे व्यापार समझौते के लिए बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने में अपनी रूचि के बारे में बताया।
दोनों पक्ष दोनों देशों में निवेश और व्यापार के अवसर पर जानकारी साझा करने को बढ़ावा देने के लिए संबंधित निवेश संवर्धन सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए।
कोलंबिया में सुश्री तेवतिया ने विदेश मंत्रालय, बोगोटा में बहुपक्षीय मामले उप मंत्री श्री फ्रांसिस्को इचेवेरि लारा के साथ बैठक कर द्विपक्षीय व्यापार तथा निवेश संबंधों पर चर्चा की।
उन्होंने भारत, कोलंबिया व्यापार विकास सहयोग के लिए संयुक्त समिति की तीसरी बैठक की सहअध्यक्षता की। कोलंबिया की ओर से वाणिज्य, उद्योग और पर्यटन मंत्रालय में वाणिज्य उप-मंत्री जेवियर हम्बर्टो गेम्बोआ बेनाविदेस ने सह अध्यक्षता की।
दोनों पक्षों ने दोनों देशों की वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में संयुक्त रूप से कार्य करने के लिए आपसी हितों के क्षेत्रों की तलाश करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। दूरसंचार, बुनियादी ढांचा विकास, धातु, हाइड्रोकार्बन, सूचना प्रौद्योगिकी और औद्योगिक प्रौद्योगिकी, फार्मास्यूटिकल्स, जैव-प्रौद्योगिकी उत्पादों, रसायन, वस्त्र, दोपहिया वाहन, ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स, कोयला खनन, रत्न एवं आभूषण, खनिज, मशीनरी, गैर- पारंपरिक ऊर्जा, इत्यादि क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंध विकसित करने की अपार संभावनाएं है।
2015-16 में भारत का कोलंबिया के साथ 1695.89 मिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ जिसमें 888.11 मिलियन डॉलर का निर्यात और 807.79 मिलियन डॉलर का आयात शामिल है।
जैसा कि कोलंबिया अपनी निर्यात में विविधता लाने की तलाश में है ऐसे में उसने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रों में सहयोग की रुचि दिखाई है। कोलम्बिया से प्रमुख निर्यात वस्तुओं में पेट्रोलियम, कोयला, पन्ना, कॉफी, निकल, फूल, केले और परिधान शामिल हैं।
दोनों देशों के उद्योग प्रतिनिधियों के साथ व्यापार के अवसरों पर चर्चा के लिए भी बैठक हुई, जिसे वाणिज्य सचिव ने संबोधित किया था। उन्होंने व्यावसायिक घरानों से दोनों देशों की व्यापारिक पूरकताओं का लाभ उठाने और लाभ उठाने की क्षमता का पता लगाने का भी आग्रह किया।