नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि नई हज नीति – 2018 जल्द ही तैयार कर ली जाएगी और अगले साल से हज यात्रा नयी नीति के अनुरूप आयोजित होगी ।
नकवी ने कहा कि नई हज नीति – 2018 जल्द ही तैयार कर ली जाएगी और अगले साल से हज यात्रा इस नई हज नीति के अनुसार आयोजित की जायेगी।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि हज नीति 2018 तय करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द ही सौंप देगी। नई हज नीति का उद्देश्य हज की संपूर्ण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना है। इस नई नीति में हज यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जायेगा। समुद्री मार्ग से हज यात्रा को दोबारा शुरू करना भी इस नई हज नीति में शामिल है।
उल्लेखनीय है कि हज यात्रियों के मुंबई से समुद्री मार्ग के जरिये जेद्दा जाने का सिलसिला 1995 में रुक गया था। हज यात्रियों को जहाज (समुद्री मार्ग) से भेजने पर यात्रा संबंधी खर्च करीब आधा हो जाएगा। नई तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त पानी का जहाज एक समय में चार से पांच हजार लोगों को ले जाने में सक्षम हैं। मुंबई और जेद्दा के बीच 2,300 नॉटिकल मील की एक ओर की दूरी सिर्फ दो-तीन दिनों में पूरी कर सकते हैं जबकि पहले पुराने जहाज से 12 से 15 दिन लगते थे।
हज 2017 के लिए सऊदी अरब द्वारा कोटे में की गई बड़ी वृद्धि के बाद हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से 1,25,025 हाजी हज यात्रा पर जायेंगे जबकि 45,000 हज यात्री प्राइवेट टूर ऑपरेटरों के माध्यम से हज पर जायेंगे। इस वर्ष भारत में 21 केंद्रों से कुल 1,70,025 हज यात्री भारत से हज यात्रा पर जायेंगे।