नई दिल्ली: किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सामने एक लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य है वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का। देश में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किसानों की समग्र भलाई के लिए इस तरह का कोई लक्ष्य देशवासियों के सामने रखा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कृषि मंत्रालय को यह काम 2022 तक अंजाम देना है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रधानमंत्री के इस सपने को साकार करने में लगा हुआ है। देश के किसान एवं कृषि अधिकारी भी किसानों की आय बढ़ाने की योजनाओं के क्रियान्वन में जुटे हुए है। देश के 562 जिलों में 19 अगस्त से 11 सितम्बर 2017 तक कृषि विज्ञान केन्द्रों के संयोजकत्व में किसानों की आय दुगनी करने के लिए संकल्प सम्मेलनों का आयोजन किया गया, जिनमें कुल 47,08,47 किसानों एवं कृषि कर्मियों ने भाग लिया।
- देश में 562 जिलों में यह कार्यक्रम के.वी.के. के संयोजकत्व में किया गया है। सभी जिलों में राज्य सरकार, भारत सरकार के कृषि एवं संबंध क्षेत्रों के अधिकारी, कृषि अधिकारी, छात्र तथा बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।
- एक स्थान पर लोकसभाध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन जी ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- दो स्थानों पर दो राज्यों के राज्यपाल ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- चार स्थानों पर तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह जी ने पांच स्थानों पर कार्यक्रम में भाग लिया।
- भारत सरकार के 49 माननीय मंत्रियों ने 79 स्थानों (जिलों) पर कार्यक्रम में भाग लिया।
- 284 स्थानों (जिलों) में संसद सदस्यों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- 111 स्थानों (जिलों) में राज्य सरकारों के मंत्रियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- 350 स्थानों (जिलों) में विधायकों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
- 398 स्थानों (जिलों) में जिला पंचायतों के अध्यक्षों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
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