नई दिल्ली: स्थानीय समुदायों को पर्यटन पर्व के एक हिस्से के रूप में आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों में प्रमुखता से शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिये देश के विभिन्न हिस्सों के ग्रामीण जीवन, कला और शिल्प, वस्त्र, हथकरघा, संस्कृति और स्थानीय समुदायों की विरासत को प्रदर्शित किया जा रहा है। पर्यटकों और आम जनता की भागीदारी के माध्यम से पर्यटन पर्व स्थानीय समुदायों को आर्थिक और सामाजिक दोनों ही लाभ प्रदान करेगा।
पर्यटन मंत्रालय स्वदेश दर्शन योजना सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देशभर में फैले पर्यटन सर्किटों में पर्यटन के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर अपना ध्यान केन्द्रित कर रहा है। इन सर्किटों में बुनियादी ढांचे के विकास से पर्यटन से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जो स्थानीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में बेहतरी सुनिश्चित करेंगी। इन प्रयासों के अलावा पर्यटन संबंधी विभिन्न पहलों में स्थानीय समुदायों को शामिल किया जा रहा है, जिनमें ग्रामीण पर्यटन का विकास, घर में प्रवास के बारे में संवेदनशीलता, प्रचार और पर्यटन पर्व जैसे कार्यक्रम शामिल है।
आठवां दिन – पर्यटन पर्व
आठवें दिन का आकर्षण तमिलनाडु यात्रा मार्ट (टीटीएम) का उद्घाटन था, जो पर्यटन समुदाय से हितधारकों के लिए एक वैश्विक आयोजन है। इसमें राज्य की संस्कृति, विरासत और पर्यटन क्षमता का प्रदर्शित किया जाएगा।
केरल की राज्य सरकार द्वारा पर्यटन पर्व के हिस्से के रूप में लाइट हाऊस बीच, कोवालम में एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। तमिलनाडु सरकार के सहयोग के साथ इंडिया टूरिज्म चेन्नई ने मम्मलपुरम में एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया।
राष्ट्रीय रूर्बन मिशन के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय ने स्पितुक गोम्पा, लेह में पर्यटन के ढांचे, पर्यटन सूचना केन्द्र, मनोरंजन/थीम पार्क और पार्किंग सुविधाओं के विकास के लिए स्पितुक रूर्बन कलस्टर में पर्यटन परियोजनाओं की शुरूआत की है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने ईटानगर में ट्रांसपोर्टरों, टूर ऑपरेटरों, होटल मालिकों, छात्रों, समुदायिक संवेदनशीलता के हितधारकों के लिए संवेदी कार्यक्रमों का आयोजन किया।
छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड ने रायपुर के जे.एन.पांडे स्कूल और कल्याण पब्लिक स्कूल में स्कूली बच्चों के लिए भाषण, चित्रकारी और क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
मध्य प्रदेश सरकार ने चंदेरी स्थित होटल ताना बाना में एक खाद्य महोत्सव का आयोजन किया तथा जबलपुर के होटल कलचुरी रेजीडेंसी में अन्तर्राष्ट्रीय सतत पर्यटन वर्ष पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया।
पर्यटन पर्व के रूप में गुजरात सरकार ने पाटन जिले के सिद्दपुर में पर्यटन की थीम : ‘यूथ इन एक्शन’ पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। राजस्थान सरकार उदयपुर में दिवाली मेले का आयोजन कर रही है, जो 22 अक्टूबर तक चलेगा, वहीं उत्तराखंड सरकार उत्तरकाशी में यमुनोत्री महोत्सव का आयोजन कर रही है। आईटीडीसी द्वारा होटल कलिंगा अशोक में तटीय खाद्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
आईएचएम के सहयोग से भारत पर्यटन कार्यालयों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में स्थानीय आबादी और हितधारकों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें संवेदी कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, विरासत संबंधी कार्यक्रम, कार्यशालाएं आदि शामिल हैं।
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