देहरादून: विकास भवन सभागार में उप सचिव/ अण्डर सेक्रेटरी पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार सुश्री बी चन्द्रकला (आई.ए.एस) की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जनपद देहरादून में ओ.डी.एफ (खुले में शौचमुक्त) कार्य की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गयी।
अनुसचिव भारत सरकार ने कहा कि उत्तराखण्ड देश के उन चार राज्यों में है जो ओ.डी.एफ फ्री हो चुके/कागार पर हैं तथा उत्तराखण्ड को 30 मई 2017 तक ओ.डी.एफ फ्री करने का लक्ष्य है। उन्होने पूर्व में बनाये गये/बनाये जा रहे प्रत्येक शौचालय की जीओ टैगिंग करते हुए उसे भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड करने तथा प्रत्येक लाभार्थी का वर्षवार उसमेें स्पष्ट अंकन करने के निर्देश दिये। उन्होने किये जा रहे सभी कार्यों की समय से एम.आई.एस करने के निर्देश देते हुए कहा कि निर्मित किये गये शौचालयों में पानी, साफ-सफाई उपलब्धता के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाये/लोगों को जागरूक करें कि लोग शौचालय का निरन्तर उपयोग भी करें।
मुख्य विकास अधिकारी बंशीधर तिवारी ने कहा कि कालसी एवं चकराता में भी शौचालय निर्माण की पूर्णता का कार्य अन्तिम चरण में है तथा जनपद को तय समय में ओ.डी.एफ किया जायेगा जिसके साथ-2 टैगिंग, एम.आई.एस की प्रक्रिया भी सम्पन्न की जायेगी।
इसके पश्चात अनुसचिव भारत सरकार सुश्री बी चन्द्रकला द्वारा रायपुर ब्लाक के अन्तर्गत पाऊ वाला सौड़ा ग्राम पंचायत तथा डोईवाला ब्लाक के अन्तर्गत पड़ने वाली कौड़सी ग्राम पंचायत में स्थलीय निरीक्षण करते हुए शौचालय निर्माण, शौचालय में पानी की उपलब्धता तथा शौचालय के उपयोग की स्थिति का भौतिक सत्यापन किया। इस अवसर पर उन्होने स्थानीय ग्रामीणों, वरिष्ठ नागरिकों तथा बच्चों से शौचालय के उपयोग के बारे में पूछा तथा सभी लोगों द्वारा शौचालय को उपयोग में लाने की बात कहने पर संतुष्टि व्यक्त की एवं जनपदीय अधिकारियों द्वारा किये जा रहे कार्यों के प्रगति की सरहाना की।
इस अवसर पर विकास भवन में आयोजित बैठक में प्रदेश संयोजक स्वजल शैलेन्द्र बिष्ट, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय, डी.आर.डी.ए परियोजना प्रबन्धक राजेन्द्र रावत, जिला पंचायतराज अधिकारी एम. जफर खान सहित स्वजल से जुड़े तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर ग्राम पचंायतों के निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी बंशीधर तिवारी, प्रदेश संयोजक स्वजल शैलेन्द्र बिष्ट, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय, ग्राम प्रधान पाऊवाला सोड़ा तथा कौड़सी मौजूद थे।